खराब मिड-डे मिल काे लेकर शिवसैनिकों का हंगामा, अधिकारी पर किया हमला

Shivsainiks raged in the office of the Primary Education Department of the District
खराब मिड-डे मिल काे लेकर शिवसैनिकों का हंगामा, अधिकारी पर किया हमला
खराब मिड-डे मिल काे लेकर शिवसैनिकों का हंगामा, अधिकारी पर किया हमला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के सिविल लाइंस स्थित जिला परिषद परिसर के प्राथमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में  शिवसैनिकों ने  हंगामा किया। एक स्कूल में खराब मिड-डे मील की शिकायत  को लेकर शिक्षा विभाग पहुंचे शिवसैनिकों ने शिक्षा विस्तार अधिकारी की पिटाई कर दी। शिवसेना जिला प्रमुख व पूर्व सांसद प्रकाश जाधव, पूर्व नागपुर विधानसभा संगठक गुड्डू रहांगडाले व नितीन तिवारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल  शिक्षाधिकारी चिंतामण वंजारी  का घेराव करने पहुंचा था। 

यह थी शिकायत
शिकायत थी कि  पूर्व नागपुर भांडेवाड़ी स्थित स्कूल जय विजय विद्यालय में विद्यार्थियों को बांटे जाने वाली खिचड़ी में इल्लियां व कीड़े-मकोड़े पाए जाने पर भी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही है। संगठन का दावा है कि 20 दिसंबर 2018 को सुबह 9 बजे पालकों की शिकायत पर पदाधिकारियों ने स्कूल का निरीक्षण किया था। उस वक्त खिचड़ी में इल्लियां व कीड़े-मकोड़े पाए गए थे, गोदाम में  मौजूदा अनाज भी घटिया स्तर का था, सड़ी सब्जियां कलमना मार्केट के कचरा घर से लाई गई थीं। 

फोन नहीं उठाया
रहांगडाले ने शिक्षाधिकारी को मोबाइल पर शिकायत देने के लिए फोन लगाया, परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया। लैंडलाइन पर भी कोई उत्तर नहीं मिला। इसी से गुस्साए शिवसैनिक शिक्षा विभाग पहुुंचे थे। जिला प्राथमिक शिक्षाधिकारी वंजारी ने फोन में क्या खराबी है, यह देखने के लिए प्रभारी कक्ष अधिकारी व शिक्षा विस्तार अधिकारी रमेश हरडे को भेजा। इस दौरान शिवसैनिकों ने वंजारी के कक्ष में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा कि हरडे लैंडलाइन फोन का निकला हुआ वायर लगा रहे हैं, तुंरत हरडे को कक्ष में बुलाया गया और इससे पहले की वे कुछ समझ पाते पदाधिकारियों ने उन्हें दो-तीन तमाचे जड़ दिए। शिवसैनिकों का आरोप था कि विभाग के फोन का वायर जानबूझ कर निकाल कर रखा गया था, ताकि किसी का फोन न आए। इससे कार्यालय का वातावरण बिगड़ गया। 

आंदोलन की घोषणा : शिवसैनिकाें का यह रवैया शिक्षा विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को रास नहीं आया। शिक्षाधिकारी वंजारी ने हरडे को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के निर्देश दिए। पुलिस ने तीन पदाधिकारियों के खिलाफ भादिव 353, 34 के तहत मामला दर्ज किया। जिला परिषद कर्मचारी संगठन ने भी दोषियों की गिरफ्तारी तक लेखनी बंद आंदोलन की घोषणा की है। जिला परिषद कर्मचारी यूनियन के संजय सिंह, शिक्षा विस्तार अधिकारी संगठन अध्यक्ष विजय कोकोडे व अन्य सदस्यों ने मिल कर इस पर पत्रक भी जारी किया। 

हर फोन उठाना संभव नहीं
शिक्षा विभाग एक बड़ा विभाग है। यहां कई लोगों को समस्याएं हो सकती हैं। इसका समाधान करने की पूरी कोशिश की जाती है। काम की व्यस्तता के चलते हर किसी का फोन उठा पाना संभव नहीं होता। पदाधिकारियों को कार्यालय के फोन पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी। मेरा निजी नंबर सार्वजनिक नहीं है। करीब 20 पदाधिकारी मेरे कार्यालय में घुस आए और कर्मचारी के साथ मारपीट की।  मैंने संबंधित कर्मचारी को पुलिस में शिकायत दर्ज करने को कहा है। 
-चिंतामण वंजारी, जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी 

राजनीतिक दबाव से इनकार नहीं
मामले को लेकर राजनीतिक दबाव से इनकार नहीं किया जा सकता। शिक्षाधिकारी से मुलाकात का समय लेकर शिवसैनिक उनके पास शिकायत लेकर पहुंचे थे, लेकिन शिवसैनिकों के साथ उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया गया। कार्यालय में लैंडलाइन फोन कनेक्शन काट कर रखा गया था। मुख्यमंत्री के गृह नगर में प्रशासन की इस तरह की मनमानी को शिवसेना बर्दाश्त नहीं कर सकती है। शिवसैनिकों के साथ उचित व्यवहार नहीं करने वाले कर्मचारी से धक्का-मुक्की अवश्य हुई है। किसी अधिकारी या कर्मचारी को थप्पड़ नहीं मारा गया है। 
-प्रकाश जाधव, जिला प्रमुख शिवसेना 

Created On :   25 Dec 2018 5:23 AM GMT

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