नागपुर के इनोवेटर्स पर साउथ अफ्रीका की नजर, टेस्टिंग के बाद होगी राह आसान

South africa eyes on nagpur innovators,will be easy after testing
नागपुर के इनोवेटर्स पर साउथ अफ्रीका की नजर, टेस्टिंग के बाद होगी राह आसान
नागपुर के इनोवेटर्स पर साउथ अफ्रीका की नजर, टेस्टिंग के बाद होगी राह आसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  शहर की इनोवेशन गैलरी की कुछ इनोवेशन में साउथ अफ्रीका की कंपनियों ने रुचि दिखाई है। दरअसल, यह इनोवेशन नागपुर के अनमोल जायसवाल और डॉ. एस. एस. बागची की है। इसके साथ ही पुणे के राजेंद्र लडकट और नवी मुंबई के प्रशांत साठे की इनोवेशन पर भी दिलचस्पी दिखाई है। शहर के इनोवेटर्स की इनोवेशन को लेकर साउथ अफ्रीका में चर्चा और टेस्टिंग चल रही है। टेस्टिंग में पास होते ही शहर के इनोवेटर्स से कंपनी सीधे बिजनेस कर पाएगी। इसमें इनोवेटर्स की मदद रेडी टू इनोवेट के सदस्य और को फाउंडर करेंगे।

सिगरेट बट एडेसिव
अनमोल जायसवाल ने सिगरेट के बट से गोंद बनाया है, जाे कि दूसरे गोंद से सस्ता है। इसका उपयोग फेविकोल की तरह कर सकते हैं। इम्युनिटी बिल्डर डॉ. एस. एस. बागची ने लिक्विड फर्टिलाइजर बनाए हैं। यह बिल्कुल भी जहरीला नहीं है। इसे प्राकृतिक जड़ी-बूटी से बनाया गया है, जो कि फली में लगने वाले कीड़ों को दूर करता है। नागपुर में इसकी टेस्टिंग कर इसका उपयोग नागपुर और वर्धा जिले के किसानों ने किया, जिससे उन्हें राहत मिली है।

कुकर व्हिसल विद काउंटर
प्रशांत साठे ने कुकर व्हिसल बनाई थी, जिसमें कुकर व्हिसल हर व्हिसल को खुद काउंट कर नंबर दिखाएगा। इसकी टेस्टिंग के लिए इसे प्रेस्टिज में भेजा गया है।

पहली इनोवेशन गैलरी 
शहर में 8 मार्च को राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी मैनेजमेंट में रेडी टू इनोवेट इनोवेशन गैलेरी शुरू की गई थी। नागपुर शहर में यह एशिया की पहली इनोवेशन गैलेरी है, जहां पर सभी तरह की इनोवेशन को प्रेजेंट किया गया है। इसका उद्देश्य इनोवेशन को कर्मशियलाइज के लिए रखना है। चाहे कितनी भी उम्र हो, साइंटिस्ट अपनी इनोवेशन के लिए पेटेंट कर उसका कमर्शियलाइजेशन कर सकता है। इससे यंग और न्यू इनोवेटर्स को उनकी इनोवेशन के लिए काेई भी कंपनी या संस्था सीधे संपर्क कर सकती है। इससे नए और युवा साइंटिस्ट को अपनी इनोवेशन को लेकर यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा। गैलरी में नेशनल, इंटरनेशनल संस्था और कंपनी इनोवेशन खरीदने और उसके राइट्स खरीदने के लिए संपर्क कर सकती है। 

की जा रही मदद
इसमें इनोवेटर्स को अपनी इनोवेशन को कानूनी रूप से सुरक्षित करने के लिए भी मदद की जा रही है, जिसमें प्रायर आर्ट सर्च लेकर रजिस्टर कराने और उसे किस कैटेगरी में भेजना है सभी जानकारी के लिए गाइड किया जाता है। इनोवेशन आइडिया को कमर्शियलाइज करने के लिए तीन कैटेगरी होती है। पहली है  टेक्नोलॉजी मेन्युफैक्चरिंग, जिसमें किसी भी कंपनी या समूह को इनोवेश फायदेमंद लगती है, तो इनोेवेटर सीधे संपर्क कर सकता है। दूसरा है टेंडरिंग मेन्युफैक्चरिंग, जिसमें इनोवेशन को बड़े स्तर पर उपयोग किया जाता है, जिसमें सरकार या प्रशासन इनोवेशन का उपयोग करने के लिए इनोवेशन के उपयोग के लिए टेंडर प्रक्रिया की जाती है। तीसरा है सोशल रिस्पांसिबिलिटी। इस कैटेगरी में उन इनवेशन का रखा गया है, जो सामाजिक विकास या पर्यावरण विकास में उपयाेगी हों।

यह एक मंच है युवा इनोवेटर्स के लिए
हमारा उद्देश्य युवा साइंटिस्ट काे प्रोत्साहित कर उनकी इनोवेशन को कमर्शियलाइज करना है। इससे उन्हें आर्थिक सहायता भी मिलेगी और वह अपनी नई इनोवेशन पर कार्य कर सकते हैं। साथ ही अपनी बौद्धिक संपदा को सुरक्षित रखने के प्रति भी जागरूक होंगे। 
ध्यानेश्वर कांबले,  को-फाउंडर, रेडी टू इनोवेट

Created On :   30 April 2019 6:35 AM GMT

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