एकलिंगजी महादेव में 53 रुद्रपीठों की पूजा, खुले रहेंगे पट

Special shivratri puja in the Ekling Ji Temple Udaipur Rajasthan
एकलिंगजी महादेव में 53 रुद्रपीठों की पूजा, खुले रहेंगे पट
एकलिंगजी महादेव में 53 रुद्रपीठों की पूजा, खुले रहेंगे पट

 

डिजिटल डेस्क, उदयपुर। महाशिवरात्रि उत्सव की धूम हर ओर है। कैलाशपुरी से लेकर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग तक। महाशिवरात्रि पर एकलिंगजी महादेव की भी विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से प्रारंभ शिव पूजा महाशिवरात्रि तक जारी रहेगी। यह चार प्रहर तक निरंतर जारी रहेगी। इस दौरान श्रद्धालुओं का दर्शनों की अनुमति होगी। 


प्रत्येक प्रहर में 13 रुद्रपीठ
यहां चारों प्रहर की पूजा में विशेष श्रंगार किया जाएगा। विशेष पंचामृत धारण होगा। प्रत्येक प्रहर में 13 रुद्रपीठ की आराधना होगी। इस दौरान 52 रुद्राभिषेक एवं सवा 46 किलो की मात्रा में पंचामृत अर्पित किया जाएगा। यहां त्रिकाल पूजा का दृश्य सामान्य दिनों में भी अति अद्भुत होता है।

 

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युद्ध पर जाने से पहले होती थी आराधना

एंकलिगजी राजस्थान के उदयपुर में स्थित है। इस स्थान को कैलाशपुरी के नाम से जाना जाता है। मेवाड़ राजाओं तथा राजपूतों के प्रमुख आराध्य रहे हैं महादेव। राजपूत राजा किसी भी युद्ध पर जाने से पहले उनकी पूजा आराधना अवश्य ही किया करते थे। यह उदयपुर से लगभग 18 किमी उत्तर में दो पहाड़ियों के बीच स्थित है। होने की वजह से अाैर भी भव्य एवं अलाैकिक नजर आता है।

 

साक्षी मानकर लिए प्रण

ऐसा भी कहा जाता है कि यहां के मुख्य राजा तो महादेव ही हैं। राजपूत शासक तो उनके प्रतिनिधि के रूप में काम करते थे। इसलिए उन्हें दीवाण जी कहा जाने लगा था। मेवाड़ के राणाओं ने एकलिंगजी महादेव को साक्षी मानकर ऐतिहासिक महत्व के प्रण लिए। इस स्थान की प्रसिद्धि इतनी अधिक है कि यहां हर ओर से भक्त दर्शनांे के लिए आते हैं। कैलाशपुरी की बजाए इस स्थान को एकलिंगजी के नाम से ही अधिक जाना जाता है।

 

मंगलवार से प्रारंभ भव्य पूजा बुधवार दाेपहर तक जारी रहेगी। यहां महाशिवरात्रि उत्सव की धूम देखते ही बन रही है। हर साल की तरह इस बार भी शिव पूजन करने में बड़ी संख्या में लाेग शामिल हाेंगे।

Created On :   13 Feb 2018 2:43 AM GMT

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