गड्‌ढों का टंटा, एक जगह का बुझाया नहीं , दूसरी जगह फिर बन गया

Spending more than six crores, pits are not fully filled
गड्‌ढों का टंटा, एक जगह का बुझाया नहीं , दूसरी जगह फिर बन गया
गड्‌ढों का टंटा, एक जगह का बुझाया नहीं , दूसरी जगह फिर बन गया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सक्रिय हुई नागपुर महानगरपालिका ने लोगों से ऑनलाइन गड्ढों की शिकायतें मंगवानी शुरू की। वॉट्सएप, ई-मिल, फेसबुक, ट्विटर के जरिये मनपा को गड्ढों से संबंधित  करीब 250 शिकायतें मिलीं। मनपा इसमें से 150 शिकायतों का निपटारा करने में सफल रही, लेकिन 100 शिकायतें अभी भी लंबित हैं। 6 करोड़ से ज्यादा खर्च करने के बाद भी ये गड्ढे पूरी तरह नहीं भरे जा सके हैं। विशेष यह कि मनपा ने अप्रैल से अब तक 11 हजार 506 गड्ढे शहर में भरने का दावा किया है। इसमें से जो गड्ढे भरे गए हैं, वे फिर उखड़ गए हैं।

मानस चौक से लोहापुल के बीच फिर स्थिति खराब हो गई है। इन मार्गों पर गड्ढों को भरने के लिए सीमेंट की सामग्री डाली गई थी, लेकिन बारिश के कारण यह फिर उखड़ गई है। सड़क के बीच गड्ढे की लंबी व गहरी लाइन बन गई है। गाड़ियां फंस रही हैं। लोगों के कमर और गर्दन को नुकसान पहुंच रहा है। यही स्थिति बिशप कॉटन स्कूल से काटोल रोड की ओर जाने वाले मार्ग पर भी है। 

मेडिकल चौक से तुकड़ोजी पुतला चौक के बीच सीमेंट रोड का काम महीनों से काफी धीमी गति चल रहा है। इससे यहां वन-वे ट्राफिक है। इस मार्ग पर भी छोटे-छोटे गड्ढों की भरमार है। तुकड़ोजी पुतला से मानेवाड़ा चौक के बीच सीमेंट रोड पर एक तरफ के गड्ढे भर दिए गए हैं, लेकिन एक तरफ के गड्ढे अभी नहीं भरे गए हैं। क्राडक रोड पर मोतीबाग उड़ानपुल से लेकर गोलीबार चौक तक गड्ढे ही गड्ढे हैं। शहर में कई ऐसे मार्ग हैं, जहां अब भी बचकर चलना पड़ रहा है। ऐसे में मनपा के दावे और निर्माणकार्य की गुणवत्ता को लेकर सवाल उपस्थित किए जा रहे हैं।

किसी अधिकारी, ठेकेदार पर नहीं हुई कार्रवाई
शहर में चल रहे सीमेंट रोड और उड़ानपुल निर्माण कार्य  के कारण सड़कों की हालत बेहद खराब है। इस साल भारी बारिश ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। संपूर्ण शहर में सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। इससे कई दुर्घटनाएं हुईं। हाईकोर्ट ने इसे लेकर सुमोटो याचिका दायर कर मनपा सहित संबंधित विभागों को जमकर फटकार लगाई। इस बारे में संंबधित अधिकारी व ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दिए।

हालांकि कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक किसी अधिकारी या ठेकेदार पर एफआईआर या कार्रवाई नहीं हुई। मनपा और ट्रैफिक विभाग ने शिकायतों पर एक्शन लेने के लिए वॉट्सएप नंबर, फेसबुक, ई-मेल और ट्विटर हैंडल के जरिये ऑनलाइन सेल नागरिकों को सुविधा उपलब्ध कराई। मनपा को ऑनलाइन के जरिये गड्ढों की 250 से ज्यादा शिकायतें मिलीं। इसमें से 150 शिकायतों का निपटारा किया गया। शेष का कोई समाधान नहीं हुआ। मनपा ने 1 अप्रैल से अब तक शहर में 11 हजार 506 गड्ढे भरने का दावा किया है। 
 

Created On :   31 Oct 2019 6:28 AM GMT

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