खिलाड़ी, दिव्यांग और कलाकार बगैर स्कूल जाए दे सकेंगे परीक्षा

Sportsman, physically challenged and Artist will able to attend exam Without going School
खिलाड़ी, दिव्यांग और कलाकार बगैर स्कूल जाए दे सकेंगे परीक्षा
खिलाड़ी, दिव्यांग और कलाकार बगैर स्कूल जाए दे सकेंगे परीक्षा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में खेल और कला में रुचि रखने वाले और दिव्यांग विद्यार्थी अब घर बैठे पढ़ाई कर सकेंगे। खिलाड़ी, कलाकार और दिव्यांग विद्यार्थी ओपन एसएससी बोर्ड के जरिए परीक्षा दे सकेंगे। प्रदेश में 10 जनवरी से ओपन एसएससी बोर्ड शुरू होगा। सोमवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने यह जानकारी दी। तावडे ने कहा कि विद्यार्थी 10 वर्ष की आयु पूरा करने पर सीधे कक्षा 5 वीं की परीक्षा में बैठ सकेंगे और 13 साल की आयु होने पर कक्षा 8 वीं की परीक्षा दे सेकेंगे। 15 साल पूरे होने पर विद्यार्थी कक्षा 10 वीं की परीक्षा में बैठ सकेंगे। तावडे ने कहा कि ओपन बोर्ड की कक्षा 10 वीं की परीक्षा एसएससी, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की तरह एक समान मानी जाएगी।

तावडे ने कहा कि यह सुविधा उन छात्रो के लिए होगी जो खेलों में रुचि के कारण प्रतिदिन स्कूल जाने की बजाय मैदान पर 8 से 10 घंटे प्रैक्टिस करना चाहते हैं। साथ ही कलाकार के रूप में गायन, संगीत और नृत्य के क्षेत्र में भरपूर समय देने पर भी स्कूल जाना मुश्किल होता है। दिव्यांग विद्यार्थी भी हर दिन स्कूल नहीं जा पाते हैं। ऐसे सभी विद्यार्थियों के लिए ओपन एसएससी बोर्ड की सुविधा होगी।  

जालना में पशु-पक्षी प्रदर्शनी 2 फरवरी से 
मराठवाड़ा के जालना में 2 से 4 फरवरी के बीच अखिल भारतीय स्तर की भव्य पशु- पक्षी प्रदर्शनी आयोजित होगी। पशुपालन के बारे मंस जनगागृति और पशुपालकों को मार्गदर्शन किया जाएगा। सोमवार को मंत्रालय में प्रदेश के पशु संवर्धन, दुग्ध विकास तथा मत्स्य व्यवसाय राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे देश भर के 2000 अलग-अलग जातियों के पशु-पक्षी प्रदर्शनी में लाए जाएंगे। खोतकर ने बताया कि प्रदर्शनी में राज्य में ज्यादा दूध देने वाली गाय, भैंस, खेती के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले बैल, विभिन्न प्रजातियों के घोड़े, भेंड, बकरी, कुत्ते आकर्षण का केंद्र होंगे। प्रदर्शनी में आदर्श गांव (मॉडेल वीलेज) परिकल्पना पर आधारित गांवों को भी साकार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीन दिन की प्रदर्शनी में हर दिन लगभग 50 हजार लोग आएंगे। खोतकर ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार प्रदर्शनी लगाई जाएगी। विदर्भ और मराठवाड़ा संभाग में धवल क्रांति का दायरा अधिक व्यापक करने पर पशुसंवर्धन विभाग जोर दे रहा है।  

Created On :   7 Jan 2019 4:35 PM GMT

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