फर्जी पुलिस बनकर किया विद्यार्थी का अपहरण, दिवाली की खरीदी करने गए व्यक्ति का वाहन भी चोरी

Student kidnapped by becoming fake policeman
फर्जी पुलिस बनकर किया विद्यार्थी का अपहरण, दिवाली की खरीदी करने गए व्यक्ति का वाहन भी चोरी
फर्जी पुलिस बनकर किया विद्यार्थी का अपहरण, दिवाली की खरीदी करने गए व्यक्ति का वाहन भी चोरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। फर्जी पुलिस बनकर विद्यार्थी का अपहरण करने के बाद उसे पिटाई कर छोड़ दिया। कैसिनो में रुपए कमाने के चक्कर में घटना को तीन आरोपियों ने अंजाम दिया, जिसमें एक आरोपी विद्यार्थी का मित्र है। शनिवार को धंतोली पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अपहृत विद्यार्थी नीरज देवराव वर्मा (17), निवासी विद्या नगर, माऊली अपार्टमेंट है तथा वह 12वीं कक्षा में अध्ययनरत है। उसके पिता का निजी कारोबार है। शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे नीरज को उसके मित्र अनमोल बाबूलाल डोंगरे (23), विज्ञान नगर निवासी ने फोन कर उसे धंतोली में राम भंडार के सामने मिलने के लिए बुलाया।  नीरज वहां अपनी कार लेकर पहुंचा। राम भंडार के सामने अनमोल उसकी कार में सवार हुआ। कुछ समय बाद वहीं से पुलिस होने का झांसा देकर फर्जी पुलिस किशोर बबनराव चुनटकर (42), म्हाडा कालोनी, दवलामेटी और शहजाद खान हबीब खान (41), मोमिनपुरा निवासी भी कार में सवार हुए। पश्चात कार्रवाई की धौंस जमाकर वे नीरज को कार से ही अपहरण कर दवलामेटी परिसर में ले गए। परिसर में शाम तक उसे घुमाया। इस दौरान उसकी  लात-घूंसों से पिटाई की। उसके बाद उसे छोड़ दिया। बताया जा रहा है कि, नीरज का एक िमत्र गोवा में रहता है, जो वहां कैसिनो में काम करता है। उसके कहने पर नीरज ने उसे एक लाख रुपए कैसिनो पर लगाने के लिए दिए थे। इसके एक महीने बाद नीरज को तीस हजार रुपए ज्यादा मिलने वाले थे। यानी कुल एक लाख तीस हजार रुपए मिलने वाले थे। यह बात नीरज ने अपनी गर्लफ्रेंड को यह कहकर बताई कि, उसके हाथ एक ऐसा गेम लगा है जिसकी बदौलत वह हर महीने में लाखों रुपए कमाएगा। गर्लफ्रेंड ने खुश होकर कैसिनो गेम सहित फोटो फेसबुक पर डाली, जिसमें नीरज द्वारा हर महीने साढ़े तीन लाख रुपए कमाने बात गेम के जरिए बताई गई थी। आरोपी अनमोल विद्यार्थी का मित्र है। उसने गेम के बारे में नीरज को कई बार पूछा, लेकिन वह उसे कुछ बता नहीं रहा था। इस कारण अनमोल ने अपने परिचित सुरक्षा गार्ड किशोर और मोटर मैकेनिक शहजाद की मदद से अपहरण की साजिश रची, ताकि पुलिस के डर से नीरज कमाई करने के गेम के बारे में सच्चाई उगल देगा। प्रकरण दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। निरीक्षक विजय आकोत के मार्गदर्शन में प्रकरण की जांच जारी है। 


दिवाली की खरीदी करने गए व्यक्ति का वाहन चोरी

उधर दिवाली की खरीदी करने गए व्यक्ति का वाहन चोरी करना आरोपी को महंगा पड़ गया। उसे वाहन को बेचने के लिए ग्राहक की तलाश करते हुए दबोच लिया गया। लोगों ने उसकी धुनाई कर दी, हालांकि आरोपी को लोगों ने नहीं पुलिस द्वारा पकड़े जाने का दावा किया जा रहा है। पांचपांवली थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। देवलाल अहिर (52) विकास नगर निवासी है। शुक्रवार की दोपहर देवलाल अपने बच्चों के साथ दोपहिया वाहन क्र.एमएच 31 डीबी 6792 से कमाल चौक में  दिवाली की खरीदी करने गया था। देवलाल को खरीदी में व्यस्त देखकर राजेश दरोगा जोशी (29) इंदिरा नगर निवासी ने देवलाल का वाहन चोरी िकया और कमाल चौक के पास ही कबाड़ी लाइन में उसे बेचने के लिए ग्राहक की तलाश कर रहा था। इस बीच मामले की शिकायत मिलने से पुलिस सक्रिय हो गई। सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल की गई। गुप्त जानकारी के आधार पर राजेश को चोरी का वाहन बेचते हुए रंगेहाथ दबोच लिया गया। प्रकरण को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि देवलाल ने ही आरोपी को चोरी करने हुए रंगेहाथ कुछ लोगों की मदद से पकड़ा और उसकी पिटाई की। बाद में उसे पुलिस को सौंप दिया। बरहाल प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है। 

 

दिवाली में बांटने के लिए रखी नकदी चोरी

वहीं नंदनवन थानांतर्गत एक कारखाने में चोरी हो गई। किसी ने नकदी समेत अन्य माल पर हाथ साफ किया है। शनिवार को आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। सदाशिव नगर निवासी श्यामसुंदर केजरीवाल (51) का वाठोड़ा में कारखाना है। जहां पर प्लास्टिक की बोरियां सिलने का काम होता है। शुक्रवार और शनिवार की रात किसी ने टीन के नट बोल्ट काटकर गोदाम में प्रवेश किया। गोदाम में श्यामसुंदर की कैबिन है। वहां पर रखी अलमारी से 70 हजार रुपए की नकदी और लैपटाप कुल 88 हजार रुपए के माल पर हाथ साफ किया है। श्यामसुंदर ने बताया कि रविवार को दिवाली होने के कारण उन्होंने कारखाने में काम करने वाले मजदूरों को उपहार स्वरूप देने के लिए नकदी रखी थी, जो चोरी हो गई। प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।

 

तड़ीपार शहर में घूमते हुए मिला

इसके अलावा तड़ीपार आरोपी शहर में रहकर आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसके कब्जे से तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं, जो चोरी के होने की आशंका है। कपिल नगर थाने में प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया है। आरोपी फिरोज उर्फ राजा इजराइल अंसारी (25), नवीन नगर निवासी है। फिरोज के खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसके चलते कलमना थाने में दर्ज प्रकरणों को लेकर उसे 4 मई-2019 को दो वर्ष के लिए नागपुर शहर और ग्रामीण से तड़ीपार किया गया। बावजूद फिरोज शहर में रहकर अापराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। शुक्रवार की रात कपिल नगर थाने की टीम परिसर में गश्त पर थी, तभी टीम को थाने से कुछ ही दूरी पर पॉवरग्रिड चौक में फिरोज संदिग्ध स्थिति में घूमते हुए दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही फिरोज भागने लगा। पुलिस ने पीछा कर उसे धरदबोचा। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से विविध कंपनियों के तीन मोबाइल फोन िमले। मोबाइल की कीमत 37 हजार रुपए बताई जा रही है। मोबाइल के संबंध में पूछताछ करने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इससे मोबाइल चोरी के होने की आशंका है। उपनिरीक्षक दिलीप रहाटे, बंडू कलंबे, अरविंद कालबांडे, आशीष सातपुते, चंद्रकुमार टेकाम और प्रवीण मरापे ने कार्रवाई की। 
 

 

Created On :   27 Oct 2019 11:54 AM GMT

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