दुष्कर्म की शिकार हॉस्टल की छात्रा ने मृत शिशु को दिया जन्म

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
दुष्कर्म की शिकार हॉस्टल की छात्रा ने मृत शिशु को दिया जन्म

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव। कन्या शिक्षा परिसर सुकरी स्थित छात्रावास में रहने वाली दसवीं कक्षा की छात्रा को गुरूवार रात अचानक पेट में तकलीफ हुई। जिसके बाद अधीक्षिका उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची। जहां उसे भर्ती कराया गया। यहां बालिका को प्रसव हो गया और उसने मृत शिशु को जन्म दिया। छानबीन में पता चला कि छात्रा दुष्कर्म की शिकार हुई थी। इस घटना से जहां परिजन सकते में आ गए, वहीं छात्रावास अधीक्षिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में छात्रावास अधीक्षिका को निलंबित कर दिया गया हैं, वहीं प्राचार्य को नोटिस जारी किया गया है।
गांव के लड़के ने किया था दुष्कर्म
पुलिस के अनुसार दसवीं कक्षा की छात्रा छटवीं से कन्या शिक्षा परिसर के छात्रावास में रहती थी। पूछताछ में पता चला कि 28 फरवरी को परीक्षा समाप्त होने के बाद वह अपने घर घानाउमरी चली गई थी। इसी दौरान जब वह महुआ बीनने गई थी, तब नवेगांव के बेलगांव निवासी आरोपी नीलेश कुमरे ने उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद वह गर्भवती हो गई। लेकिन छात्रावास में उसने इस बात को छिपाए रखा। गुरूवार रात जब उसे पेट में तकलीफ हुई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, तब जाकर उसके गर्भवती होने की बात उजागर हुई। शुक्रवार को घटना की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी प्रतीक्षा मार्को, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां छात्रा ने पुलिस को बताया कि गर्मी की छुट्टियों में नवेगांव के एक युवक ने उसके साथ तीन बार दुष्कर्म किया था। पुलिस ने आरोपी युवक नीलेश कुमरे के खिलाफ भादवि की धारा 363, 366, 376(3), 376(2), जे, 376(2)(एन) और पास्को एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
बीते तीन माह से नहीं हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
छात्रावास में रहने वाली छात्राओं का प्रतिमाह स्वास्थ्य परीक्षण होता है। लेकिन कन्या शिक्षा परिसर के छात्रावास में  रहने वाली छात्राओं का नियमित रूप से छात्र परीक्षण नहीं होता। आखिरी बार 28 अगस्त को छात्रावास में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। लेकिन इस दौरान भी जिन छात्राओं को किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी शिकायतें थी, उन्हीं का उपचार चिकित्सक द्वारा किया गया। छात्रावास अधीक्षिका सुमन परते के बताए अनुसार आखिरी बार डॉ रूपेश और स्वास्थ्य विभाग की महिला चिकित्सक ने छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया था।
परिजनों को नहीं थी जानकारी
पीडि़त छात्रा ने उसके साथ हुए दुष्कर्म के बारे में कभी अपने परिजनों को भी नहीं बताया। पुलिस ने जब परिजनों से इस बारे में पूछताछ की, तब उन्होंने बताया कि वह छात्रावास में रहती थी, इसलिए इस संबंध में उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। कभी छात्रा ने भी इस बारे में उन्हें  नहीं बताया। लेकिन अचानक छात्रा को हुए प्रसव के बाद परिजन भी सकते में है।
अस्पताल पहुंचे सहायक आयुक्त
इस घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम रोशन राय, एसडीओपी एसके सिंह और आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त एनएस बरकड़े भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने पीडि़ता और उसके परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद सभी अधिकारी छात्रावास भी पहुंचे।
अधीक्षिका को किया निलंबित
कन्या शिक्षा परिसर की छात्रा के साथ घटित हुई घटना के बाद सहायक आयुक्त एनएस बरकड़े ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अधीक्षिका सुमन परते को निलंबित कर दिया है। वहीं उन्होंने प्राचार्य को कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

Created On :   6 Dec 2019 2:26 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story