मुस्लिम देशों के खिलाफ ट्रंप का ट्रैवल बैन रहेगा जारी, SC ने फैसले को बताया संवैधानिक

Supreme Court upholds President Donald Trump Travel ban decision
मुस्लिम देशों के खिलाफ ट्रंप का ट्रैवल बैन रहेगा जारी, SC ने फैसले को बताया संवैधानिक
मुस्लिम देशों के खिलाफ ट्रंप का ट्रैवल बैन रहेगा जारी, SC ने फैसले को बताया संवैधानिक
हाईलाइट
  • अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम देशों के खिलाफ लगाए गए प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के ट्रैवल बैन को जायज ठहराया है।
  • ये फैसला पूरी तरह से संवैधानिक है।
  • सुप्रीम कोर्ट ने उस दावे को खारिज कर दिया कि बैन लगाने का फैसला धार्मिक शत्रुता से प्रेरित है।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम देशों के खिलाफ लगाए गए प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप के ट्रैवल बैन को जायज ठहराया है। सुप्रीम कोर्ट ने उस दावे को खारिज कर दिया कि बैन लगाने का फैसला धार्मिक शत्रुता से प्रेरित है। चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स के लिखे फैसले में कोर्ट ने पाया कि ट्रंप का फैसला प्रेसिडेंट के अधिकार क्षेत्र में आता है। ये फैसला पूरी तरह से संवैधानिक है। उन्होंने अपने फैसले में लिखा, "सरकार ने इस निर्णय के पक्ष में राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त सबूत और तर्क दिए हैं। हमें इस नीति के बारे में अब और कुछ नहीं कहना है।" 5 जजों के पैनल में 4 जजों ने राष्ट्रपति के फैसले का समर्थन किया है।

ट्रंप ने लिखा "Wow"
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर ट्रंप ने खुशी जताते हुए ट्वीट किया। ट्रंप ने लिखा "सुप्रीम कोर्ट ने ट्रैवल बैन का फैसला बरकरार रखा, वाह!"। वहीं इस फैसले को चुनौती देने वालों के अटॉर्नी नील काटयाल ने कहा कि हालांकि मैं इस फैसले से निराश हूं, लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि सरकारी सिस्टम ने वैसा ही काम किया जैसा कि इसके संस्थापक चाहते थे। वहीं उन्होंने कहा कि अब जब कोर्ट ने इस फैसले को बरकरार रखा है तो अब ये कांग्रेस के हाथ में है कि वह अपना काम करें और प्रेसिडेंट ट्रंप के एकतरफा और अज्ञानता भरे फैसले को उलट दें। अमरीकन सिविल लिबर्टीज़ यूनियन (एसीएलयू) में प्रवासी अधिकार प्रोजेक्ट के निदेशक उमर जदावत ने इस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट की "बहुत बड़ी नाक़ामयाबी" बताया है।

 

 

सितंबर में की थी ट्रैवल बैन की घोषणा
बता दें कि ट्रंप ने पिछले साल जनवरी में ट्रैवल बैन की घोषणा की थी। इसके तहत इरान, लिबिया, सोमालिया, सीरिया, यमन, इराक़ और चाड से आने वाले अधिकतर लोगों का अमेरिका में प्रवेश रोक दिया गया था। हालांकि ट्रंप प्रशासन ने ट्रैवल बैन में कई संशोधन किए थे। मार्च में इराक़ और चाड को इस सूची से हटा दिया गया था। डोनाल्ड ट्रंप के ट्रैवल बैन के फैसले के बाद से ही उनकी आलोचना की जा रही थी। मानवाधिकार संगठनों ने भी ट्रंप के इस फैसले की कड़ी निंदा की थी। विरोधियों का कहना था कि मुस्लिमों के खिलाफ ट्रंप की शत्रुता से प्ररित होकर उन्होंने ये फैसला लिया है। 

Created On :   26 Jun 2018 5:06 PM GMT

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