टेरर फंडिंग मामला : हुर्रियत के लश्कर कनेक्शन पर NIA की मुहर

Terror funding case: NIA claims are also from the moderate party of the Hurriyat
टेरर फंडिंग मामला : हुर्रियत के लश्कर कनेक्शन पर NIA की मुहर
टेरर फंडिंग मामला : हुर्रियत के लश्कर कनेक्शन पर NIA की मुहर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्‍ली। जम्मू-कश्मीर में NIA ने अलगाववादी हुर्रियत नेताओं पर पैनी नजर रखी हुई है। गिरफ्तारियों के बाद उनसे जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है। NIA ने दावा किया है कि अलगाववादी नेताओं के तार लश्कर से ही नहीं बल्कि नरमपंथी दलों की आड़ में खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने वाले दलों से भी जुड़े हुए हैं।

दरअसल हुर्रियत अलगाववादी नेता मीरवाइज़ ऊमर फ़ारूक़ का राजनीतिक सलाहकार है शाहिद उल इस्लाम। एक तस्‍वीर सामने आई है, जिसमें शाहिद हिज़्बुल मुजाहिदीन के सुप्रीम कमांडर सैयद सलाहुद्दीन के साथ खड़ा है। शाहिद को सलाहुद्दीन के सबसे करीबी लोगों में एक माना जाता है। आपको बता दें इस वक्त शाहिद उल इस्लाम NIA की गिरफ़्त में है।

एनआईए की मानें तो अलगाववादी के नरमपंथी धड़े के इस नेता के घर से उन्हें घाटी में सक्रिय आतंकियों की लिस्ट भी मिली है और लश्कर की चिट्ठियां भी। शाहिद उल इस्लाम 1990 के दशक में हिज़्बुल्लाह से जुड़ा हुआ था। पाकिस्तान में उसने भी ट्रेनिंग हासिल की थी और उसका लॉन्‍चिंग कमांडर भी रह चुका है। भारत वापस आने के बाद से वो मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ के साथ जुड़ा रहा है।

गिलानी के बेटे ने मांगा किराया

टेरर फंडिंग के सिलसिले में दिल्ली बुलाए गए हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम ने भारत सरकार से अजीब मांग की है। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का छोटा बेटा नसीम गिलानी की मांग है कि जम्मू-कश्मीर सरकार उसे श्रीनगर से दिल्ली और दिल्ली से वापस श्रीनगर जाने का खर्च दे। रिपोर्ट के मुताबिक NIA चीफ को अलगाववादी नेता नसीम गिलानी की ओर से एक खत आया। जम्मू कश्मीर के शेर ए कश्मीर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नसीम गिलानी ने कहा कि NIA को समन मेरे विश्वविद्यालय को भेजना चाहिए ताकि मैं महंगाई और ट्रेवलिंग एलाउंस ले सकूं। NIA ने फिलहाल नसीम की इस अपील को मान लिया है। लेकिन उन्हें लगता है कि नसीम की इस मांग को लेकर उसके इरादे ठीक नहीं हैं।
 

Created On :   4 Aug 2017 4:00 AM GMT

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