हाथियों का आतंक, पहुंचा रहे फसलों को नुकसान -गोदावल में 25 हाथियों ने डाला डेरा

Terror of elephants, damage to crop crops - 25 elephants camped in Godaval
हाथियों का आतंक, पहुंचा रहे फसलों को नुकसान -गोदावल में 25 हाथियों ने डाला डेरा
हाथियों का आतंक, पहुंचा रहे फसलों को नुकसान -गोदावल में 25 हाथियों ने डाला डेरा

डिजिटल डेस्क शहडोल । जिले के वन परिक्षेत्र ब्यौहारी अंतर्गत गोदावल रेंज सहित अन्य इलाकों में जंगली हाथियों ने डेरा सा जमा लिया है। विगत 2-3 सप्ताह से करीब 25 हाथियों का क्षेत्र में बराबर मूवमेंट बना हुआ है। अभी तक जन हानि तो नहीं हुई है लेकिन इलाके में लगी धान व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उप वनमंडल ब्यौहारी अंतर्गत पश्चिम ब्यौहारी व गोदवाल वन परिक्षेत्र, पनपथा रेंज बफर जोन इलाकों में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। जानकारी के अनुसार गोदावल एरिया में जमुनिहा, केरहा, अरझुही बरा, बेडरा, ऊपरी, कोठिया, मंडऊडोला, सुरमरा, छतवा, पपौढ़, पथरठा, पटपरहा,  छतैहनी, ऊपरी, खारी, महादेव व आस-पास के गांव में प्रवेश कर हाथी खड़ी फसलों को क्षति पहुंचा रहे है।
दहशत में ग्रामीण करते हैं रतजगा
आधा दर्जन गावों में दहशत सा माहौल है। हालांकि अभी तक हाथियों का मूवमेंट बस्ती इलाकों में नहीं हुआ है, लेकिन कब आ जाएं डर सताता रहता है। फसलों को बचाना बड़ मुश्किल हो रहा है। ग्रामीण सुरक्षा के लिए आग जलाकर समूहों में अपने गांव के सीमा में रतजगा कर रहे है। समस्या है कि घर और परिजनों की रक्षा करें या फिर खेतों में खड़ी फसलों की। हाथियों द्वारा रोज रात के समय फसल रौंदी जा रही है। 
बांधवगढ़ से आए
विभाग के अनुसार विगत कई वर्षों से छग के इन हाथियों की आवक एरिया में होने लगी है। पूर्व में करीब 40-45 हाथियों का दल इसी रास्ते से बांधवगढ़ एरिया की ओर चला गया था। बीच-बीच में ब्यौहारी इलाके में आ जाते हैं। लेकिन इस बार कई दिन हो गए, वे जा नहीं रहे हैं। ये हाथी नेशनल पार्क बाध्ंावगढ़ से यहां आ रहे हैं। अचानक मार, संजय गांधी पार्क व बांधवगढ़ आते-जाते ये हाथी ब्यौहारी में रुक जाते हैं।
इनका कहना है
दो तीन हफ्तों से हाथियों का दल गोदावल व अन्य इलाकों में विचरण कर रहा है। विभाग पूरी तरह अलर्ट है। दिन-रात बराबर सर्च कराया जा रहा है। फसल नुकसान को लेकर राजस्व विभाग के सहयोग से प्रकरण बनाए जा रहे हैं। प्रभावितों को हर्जाना दिया जाएगा। ग्रामीणों की समझाइस देकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। 
देवांशु शेखर, डीएफओ नार्थ

Created On :   31 Oct 2019 9:00 AM GMT

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