शर्मनाक : किसी ने नहीं सुनी बूढ़ी मां की पुकार, आंखों के सामने बेटे ने दम तोड़ा

the son died in front of the mother eyes
शर्मनाक : किसी ने नहीं सुनी बूढ़ी मां की पुकार, आंखों के सामने बेटे ने दम तोड़ा
शर्मनाक : किसी ने नहीं सुनी बूढ़ी मां की पुकार, आंखों के सामने बेटे ने दम तोड़ा

 डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। बूढ़ी मां के 42 वर्षीय बेटे को सांप ने डंस लिया। बेटे को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बूढ़ी मां ने मोहल्ले में कई लोगों से मदद मांगी, लेकिन  किसी ने सहारा नहीं दिया। किसी ने एंबुलेंस या 108 वाहन को भी कॉल करने की जहमत नहीं उठाई। रात के अंधेरे में तीन घंटे तक यह महिला बेटे को तड़पता देखती रही और रात दो बजे उसकी आंखों के सामने ही बेटे ने दम तोड़ दिया। 

शनिवार की रात को शहर के मध्य समता कॉलेज के समीप सोसायटी परिसर के पास एक ऐसी घटना हुई, जो सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। यहां 75 वर्षीय धु्रपति यादव अपने अविवाहित बेटे हरिप्रसाद यादव (42) के साथ निवास करती है। हरिप्रसाद सीट कवर कुशन बनाने का काम करता था। धु्रपति ने बताया कि शनिवार की रात 11 बजे हरिप्रसाद यादव को सांप ने डंस लिया। वह अपने बिस्तर से नीचे उतरा और तड़पने लगा। इस दौरान मैंने तीन मोटर साइकिल वालों को रोका। उनमें से कोई भी हरिप्रसाद को अस्पताल तक ले जाने के लिए तैयार नहीं हुआ। इसके बाद में एमपीईबी के कार्यालय गई, मैंने लाइनमेन से मदद मांगी। यहां करीब ही स्थित एक घर में जाकर गुहार लगाई, लेकिन सभी ने अनसुना कर दिया। आधी रात को लगभग 12.30 बजे ऑटो-रिक्शा देखने के लिए गई, परंतु वहां पर भी कोई नहीं मिला। थक-हारकर घर पहुंची और बेटे को सुबह होने का दिलासा देती रही। रात 3.30 बजे मेरे बेटे ने दम तोड़ दिया। रविवार की सुबह जब आसपास के लोगों को जानकारी मिली तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। डॉक्टर नरेश गोन्नाड़े और नितिन उपाध्याय ने पीएम किया। रिश्तेदारों के नहीं पहुंचने के कारण देर शाम तक उसका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था।

मां की आंखों में डाली थी दवाई
हरीप्रसाद की वृद्ध मां धु्रपति ने बताया कि मेरी आंखों का जबलपुर में ऑपरेशन हुआ। मेरा बेटा इलाज कराकर कुछ दिन पहले ही पांढुर्ना लाया था। रात को उसने मेरी आंखों में ड्राप डाला और अपने बिस्तर पर सो गया। रात करीब 11.15 बजे उसे एक सांप ने काट लिया।

Created On :   3 Sep 2017 6:21 PM GMT

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