36 दिन तक स्थिर रहने के बाद लगातार तीसरे दिन बढ़ी पट्रोल की कीमत 

the steady Price of petrol increased for the third consecutive day
36 दिन तक स्थिर रहने के बाद लगातार तीसरे दिन बढ़ी पट्रोल की कीमत 
36 दिन तक स्थिर रहने के बाद लगातार तीसरे दिन बढ़ी पट्रोल की कीमत 


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेट्रोल की कीमत में शनिवार को लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी हुई है। इसके पहले 36 दिनों से तेल की कीमतों पर ब्रेक लगा हुआ था। शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 13 पैसे की बढ़ोतरी की गई, जिसके बाद अब दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 75.71 रुपए हो गई है। डीजल की कीमत में भी 10 से लेकर 11 पैसे तक की वृद्धि की गई है। पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी का सिलसिल गुरुवार से शुरू हुआ था, जिसें शनिवार को लगातार तीसरे दिन वृद्धि हुई है। जहां एक तरफ दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 75.71 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है, वहीं मुंबई में ये 83.24 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल के लिए 78. 53 रुपये चुकाने होंगे। चेन्नई में यह 78.72 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। कीमतों में वृद्धि के बाद दिल्ली में 67. 66 रुपये प्रति लीटर अब डीजल मिल रहा है। मुंबई में इसकी कीमत 71.79 रुपये, कोलकाता 70.05 और चेन्नई में 71.42 रुपये प्रति लीटर है।

 

 

मुंबई में डीजल सबसे ज्यादा महंगा

डीजल की कीमत में 10 से 11 पैसे बढ़ोतरी होने के बाद दिल्ली में डीजल 67.76 रुपए प्रति लीटर हो गया है। कोलकाता में डीजल की कीमत 70.31 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में डीजल 71.90 रुपए तो चेन्नई में 71. 52 रुपए प्रति लीटर हो गया है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को पेट्रोल की कीमतों में 36 दिन बाद वृद्धि हुई थी। गुरुवार को पेट्रोल-डीजल के दाम 16 से 17 पैसे तक बढ़े थे। डीजल की कीमतों में 10 से 12 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी। 

 

 

क्यों महंगा हो रहा है पेट्रोल-डीजल?

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल में जारी अस्थिरता और कमजोर रुपया जैसे कारणों से पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ रही हैं। तेल कंपनियां भी इन्हीं तर्कों के आधार पर कीमतें बढ़ाने का तर्क दे रही हैं। पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की मांग में तेजी से इजाफा हुआ है। सऊदी अरब और रूस ने सप्लाई पर प्रतिबंध लगाया है। वहीं, वेनेजुएला के आउटपुट में गिरावट के चलते इस साल तेल के दाम में तेजी बनी हुई है। उधर, भारतीय रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। इससे आम आदमी को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में ज्यादा पैसे चुकाने पड़े हैं। बीते कारोबारी हफ्ते में रुपया 69 के स्तर से नीचे पहुंच गया था। यह रुपये का अब तक का सबसे निचला स्तर है। रुपए में गिरावट से देश का इम्पोर्ट बिल बढ़ने का अनुमान है। दरअसल, भारत अपनी जरूरत का करीब 83% कच्चा तेल इंपोर्ट करता है। यही वजह है कि पेट्रोल-डीजल के महंगा होने के आसार हैं।

 

Created On :   7 July 2018 6:27 AM GMT

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