नैक की कसौटी पर ‘खरा’ उतरने की तैयारी में यूनिवर्सिटी

The year 2019 for the university is coming up with new hopes and challenges
नैक की कसौटी पर ‘खरा’ उतरने की तैयारी में यूनिवर्सिटी
नैक की कसौटी पर ‘खरा’ उतरने की तैयारी में यूनिवर्सिटी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी के लिए वर्ष 2019 नई उम्मीद और चुनौतियां लेकर आ रहा है। इसी साल नवंबर में विश्वविद्यालय के पिछले पांच वर्षों का मूल्यांकन होगा। नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडेशन काउंसिल मूल्यांकन करके विश्वविद्यालय को ग्रेड प्रदान करेगा। बीते मूल्यांकन में नैक ने नागपुर यूनिवर्सिटी को "अ' दर्जा प्रदान किया था, लिहाजा इस बार यूनिवर्सिटी को पिछली बार से बेहतर प्रदर्शन करना है। नागपुर विश्वविद्यालय के स्वयं के 40 विभाग, 3 कॉलेज हैं। 550 के करीब सम्बद्धित कॉलेजों की संख्या है। यूनिवर्सिटी से नागपुर समेत भंडारा, गोंदिया, चंद्रपुर और वर्धा जिले के करीब 3 लाख 50 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं। ऐसे में नैक का मूल्यांकन विश्वविद्यालय की खूबियां, खामियां, शिक्षा पद्धति, सुविधाएं, असुविधाएं ऐसे तमाम पहलुओं को उजागर करेगा। नागपुर यूनिवर्सिटी में नैक के मूल्यांकन की तैयारियां शुरू भी हो गई है, लेकिन इस राह में यूनिवर्सिटी के सामने कई चुनौतियां हैं। 

अभी स्थिति ऐसी है
नागपुर विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम संचालन के लिए 73 विषयों के बोर्ड ऑफ स्टडीज गठित किए गए है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने अपने यहां च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू किया है। शिक्षा पद्धति की वास्तविकता देखें तो यूनिवर्सिटी में अभी भी अधिकांश विभागों में चॉक/मार्कर और बोर्ड पद्धति पर लेक्चर होते हैं। हर विभाग में स्मार्ट क्लासरूम या स्मार्ट बोर्ड की सुविधा नहीं है, शिक्षक पदभर्ती भी लंबित है। हालांकि कुछ ही समय पूर्व नागपुर यूनिवर्सिटी को राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत रिसर्च का केंद्र बनाया गया है, मगर अभी भी यूनिवर्सिटी में इनोवेशन आर पेटेंट रजिस्ट्रेशन की गति मंद है। हां, विद्यार्थी सहायता के लिहाज से विद्यार्थी कल्याण विभाग सक्रिय है। विद्यार्थियों के  लिए हॉस्टल, अर्न एंड लर्न, मेडिकल एड फंड जैसी सुविधाएं दी गई हैं। ऐसे में नैक के मूल्यांकन में इस बार नागपुर यूनिवर्सिटी को कौन सा ग्रेड मिलेगा, इस पर शिक्षा वर्ग की नजरें टिकी हुई हैं।  

इन पहलुओं पर मूल्यांकन

  • नागपुर विश्वविद्यालय में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम पर नैक की विशेष नजर होगी। 
  • शिक्षा पद्धति, इनोवेशन के साथ साथ इंफ्रास्ट्रक्चर और लर्निंग रिसोर्स भी अहम मुद्दे हैं।
  • विद्यार्थी सहायक और विकासात्मक नीतियां, नेतृत्व-प्रबंध व सामाजिक दायित्वों का वहन भी मुख्य पहलू। 

Created On :   1 Jan 2019 5:04 AM GMT

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