डिजिटल डेस्क । नवरात्र हमें अपने भीतर मौजूद आत्मशक्ति को जागृत करने की प्रेरणा देता है, लेकिन स्वयं को सबल-सशक्त बनाने के लिए कुछ बातों को अपने व्यवहार का भी हिस्सा बनाना होगा। महिलाएं घर के भीतर-बाहर तमाम तरह की भूमिकाएं बखूबी निभाती हैं। बावजूद इसके कई बार उनके महत्व को स्वीकारा नहीं जाता है। ऐसे में उन्हें खुद को मजबूत बनाए रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए उनको अपने व्यवहार में कुछ आवश्यक बदलाव लाने चाहिए। आइए जानते है खुद को सशक्त बनाने के कुछ खास टिप्स ।

अपने आपको कमजोर, असहाय समझने की गलती कभी न करें। अगर आप ही स्वयं पर संदेह करेंगी, अपनी क्षमताओं को कम करके आकेंगी तो लोग भी आपको कभी आगे बढ़ने का मौका नहीं देंगे। अगर कभी घर में या ऑफिस में आपसे कोई गलती हो जाए तो घबराने की जरूरत नहीं है। अपना आत्मविश्वास कभी कम न होने दें।

कई बार घर-परिवार और ऑफिस में काफी सारा काम करने के बाजवूद श्रेय आपको नहीं मिलता है। दरअसल, आप सोचती हैं कि यह तो मेरा फर्ज है। लेकिन इससे घर में परिवार के सदस्य और ऑफिस में बॉस, कुलीग्स आपकी अहमियत नहीं समझते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप लोगों को अपना महत्व समझाएं, इसके लिए समय-समय पर आपने जो काम किए हैं, उनके बारे में बताएं।

खुद को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि उचित समय पर ना कहना भी सीखें। हर किसी को हर काम के लिए हामी भर देने की आदत आपके लिए ही मुसीबत खड़ी करती है।
ऐसा ना हो इसके लिए आप घर और ऑफिस में अपनी क्षमताओं के मुताबिक ही किसी काम के लिए हामी भरें। जो काम न कर पाने की स्थिति में हों, उसके लिए ना कहना सीखें।

- अगर आप किसी बात से सहमत नहीं हैं या कोई व्यक्ति आप पर गलत दोषारोपण कर रहा है तो तुरंत इसका खंडन करें और साफ-साफ उसकी बात से असहमति जताएं। ऐसी बातों में चुप कभी न रहें।
- इसके बजाय तर्क के साथ अपनी बात दूसरों के सामने रखें। अगर आप सही हैं तो कभी भी दूसरे के सामने किसी मजबूरी में झुकें नहीं। कहने का मतलब है कि अपने को सबल-सशक्त बनाने के लिए प्रयास आपको ही करना होगा।