ट्रेन की चपेट में आकर बुजुर्ग जख्मी बच्चे समेत तीन ने तोड़ा दम, छत गरने से तीन की मौत दो घायल

Three dead including a child on rail track, elderly injured
ट्रेन की चपेट में आकर बुजुर्ग जख्मी बच्चे समेत तीन ने तोड़ा दम, छत गरने से तीन की मौत दो घायल
ट्रेन की चपेट में आकर बुजुर्ग जख्मी बच्चे समेत तीन ने तोड़ा दम, छत गरने से तीन की मौत दो घायल

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ठाणे जिले के उल्हासनगर इलाके में इमारत की छत गिरने से एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि दो गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। हादसा रविवार दोपहर हुआ। दूसरी और पहली मंजिल की छत निचली मंजिल पर स्थित एक डॉक्टर के क्लीनिक पर गिरी जहां कई मरीज इंतजार कर रहे थे। मृतकों की पहचान नीतू सादिजा (65), अनीता मौर्या (25) और प्रिया मौर्या (2) के रुप में हुई है। उल्हासनगर कैंप नंबर तीन में स्थित मेमसाब नामक इमारत में हुआ। यहां निचली मंजिल पर डॉक्टर लाल रिजवानी का साई आशीर्वाद क्लीनिक था। हादसे में डॉक्टर रिजवानी भी घायल हैं उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस इमारत में हादसा हुआ वह पांच मंजिली है। इमारत में कुल 15 घर हैं। दोपहर ढाई बजे के करीब दूसरी मंजिल की छत पहली मंजिल पर गिरी इसके बाद वह छत भी टूटकर निचली मंजिल पर स्थित क्लीनिक डॉक्टर और मरीजों पर आ गिरी। सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और मलबे से आठ लोगों को निकाला गया। घायलों को सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया जहां तीन को दाखिल करने से पहले ही मृत घोषित कर दिया गया। हादसे के बाद इमारत खाली करा दी गई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इमारत का निर्माण 1994-95 में हुआ था। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। 

ट्रेन की चपेट में आने से बच्चे समेत तीन की मौत, बुजुर्ग जख्मीं

तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई जबकि एक बुरी तरह जख्मी हो गया। हादसे में जान गंवाने वालों में एक दो साल का बच्चा भी शामिल हैं। दुर्घटना रविवार दोपहर डोंबिवली और कोपर स्टेशनों के बीच हुई। परिवार दूसरी तरफ आयोजित कार्यक्रम में जाने के लिए रेल की पटरी पार कर रहा था इसी दौरान हादसा हुआ। मृतकों की पहचान सुमिता वंजारे (62), प्रीति राणे (26) और नीलेश राणे (2) हादसे में भास्कर चंदू (65) नाम के बुजुर्ग जख्मी हैं। सभी लोग कोपर पश्चिम में आयोजित एक कार्यक्रम में गए हुए थे। कार्यक्रम के बाद दोपहर तीन बजे के करीब सभी वापस अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान दोनों ओर से तेज रफ्तार से गाड़ी आ गई। रेलवे से बचने के लिए सभी लोग दोनों ओर की पटरियों के बीच में स्थित जगह में खड़े हो गए लेकिन गाड़ियों की रफ्तार के चलते सुमिता की साड़ी का पल्लू उड़कर एक ट्रेन में फंस गया और झटके से सभी लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। 

Created On :   3 Feb 2019 2:24 PM GMT

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