दूषित पानी पीने से तीन की मौत, 50 से अधिक बीमार

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दूषित पानी पीने से तीन की मौत, 50 से अधिक बीमार


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। पिण्डरईकलां प्राथमिक स्वास्थ्य के अंतर्गत आने वाले ग्राम चनियाकलां में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है। यहां हैंडपंप का दूषित पानी पीने से उल्टी-दस्त का शिकार 50 से अधिक ग्रामीणों में से पिछले दो दिनों में बच्ची समेत तीन की मौत हो गई है। इनमें से एक महिला ने इलाज के अभाव में घर पर ही दम तोड़ दिया। एक बुजुर्ग महिला की एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं चार साल की एक बच्ची की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। हालांकि बच्ची की मौत डायरिया से हुई या कोई अन्य कारण से इस पर अभी संदेह बना हुआ है।  
40 परिवार कर रहे पानी का उपयोग-
बीएमओ डॉ.एस नागवंशी ने बताया है कि चनियाकलां में दो हैंडपंप है। इनमें से एक हैंडपंप का पानी लगभग 40 परिवार इस्तेमाल में लाते है। इस हैंडपंप का पानी दूषित हो चुका है, जिसके सेवन से गांव के लगभग 50 लोगों को डायरिया की शिकायत हुई। इलाज के दौरान दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। वहीं एक बच्ची की मौत भी इसी दौरान हुई है, जिसे ग्रामीण डायरिया बता रहे है। हालांकि जांच में सामने आया कि बच्ची की मौत मस्तिष्क ज्वर की वजह से हुई है। गांव में पिछले तीन दिनों से दूषित पानी की वजह से बीमार लोगों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की दो टीम पहुंच रही है। मरीजों को लगातार इलाज दिया जा रहा है।
इलाज के अभाव में घर पर तोड़ा दम-
चनियाकलां में पिछले तीन दिनों से डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है।  गांव की 50 वर्षीय मीरा पति फूलचंद ने इलाज के अभाव में घर पर ही दम तोड़ दिया। इसी तरह गांव की 80 वर्षीय रमोली पति दीपचंद उसरेठे को उसके परिजनों द्वारा 19 सितम्बर को निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां इलाज के दौरान 20 सितम्बर को महिला की मौत हो गई। वहीं 19 सितम्बर को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 4 वर्षीय रिशिना पिता रंजीत इवनाती की मौत हो गई।  
हैंडपंप में नाली का पानी हो रहा सीपेज-
गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के मुताबिक जिस हैंडपंप का पानी पीने से लोग उल्टी-दस्त से बीमार हो रहे है। उस हैंडपंप के आसपास गंदगी है जिसमें बारिश के पानी के साथ नाली का पानी भी सीपेज हो रहा है। इस वजह से हैंडपंप का पानी दूषित हो गया है। इसी हैंडपंप का पानी पीने से लोग डायरिया से पीडि़त हो रहे है।
दो टीम लगातार कर रही स्वास्थ्य जांच-
बीएमओ डॉ.एस नागवंशी ने बताया कि डायरिया से मौत की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार गांव में तैनात की गई है। दो टीम हर घर में जाकर लोगों को ओआरएस बांटने के साथ दवाईयां दे रही है। वहीं डॉक्टरों की एक टीम शिविर लगाकर लोगों को इलाज दे रही है। गंभीर मरीजों को तत्काल जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है।
निजी अस्पताल में भी ग्रामीण भर्ती-
डायरिया से पीडि़त लगभग 20 से अधिक मरीज शहर के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे है। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल से ज्यादा मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती है। वहीं गांव में लगभग 40 मरीजों को इलाज दिया जा चुका है। सभी मरीजों को हैंडपंप का पानी पीने से मना किया जा रहा है।
हैंडपंप बंद कराने पंचायत को दी हिदायत-
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पंचायत को हैंडपंप बंद कराने की हिदायत दी है। सरपंच द्वारा ग्रामीणों से हैंडपंप के पानी का इस्तेमाल न करने अपील की जा रही है। दूषित पानी के सेवन से लोगों की हालत बिगड़ती जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
 चनियाकलां में डायरिया फैलने की सूचना मिली थी। दो टीम भेजकर मरीजों को इलाज दिया जा रहा है। इलाज के बाद सभी मरीजों की हालत सामान्य है। बच्ची की मौत मस्तिष्क ज्वर से हुई है वहीं महिलाओं की मौत की जांच की जा रही है।
डॉ.जेएस गोगिया, सीएमएचओ

- चनियाकलां में डायरिया फैलने की सूचना के बाद पीएचई विभाग को हैंडपंप के पानी की जांच के निर्देश दिए गए थे। पीएचई की टीम ने पानी की जांच की है। पानी में कोई वैक्टिरिया नहीं मिला है। एहतियात के तौर पर पानी में दवा डलवाई गई है। वहीं डायरिया पीडि़त मरीजों की जांच के लिए दो दिनों से स्वास्थ्य शिविर लगाया जा रहा है।

 

Created On :   21 Sep 2019 5:50 PM GMT

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