गुरुवार विशेष : बृहस्पति देव की पूजा से मिलेंगे मनवांछित फल

गुरुवार विशेष : बृहस्पति देव की पूजा से मिलेंगे मनवांछित फल

डिजिटल डेस्क, भोपाल। गुरुवार को भगवान बृहस्पति देव की पूजा का विधान माना गया है। इस दिन पूजा करने से धन, विद्या, पुत्र और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। परिवार में सुख और शांति का समावेश होता है। गुरुवार के दिन बृहस्पतिदेव की पूजा करने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। बृहस्पतिदेव को बुद्धि का कारक माना जाता है। केले के पेड़ को हिन्दू धर्मानुसार बेहद पवित्र माना जाता है। इसलिए इस दिन केले के पेड़ और भगवान बृहस्पतिदेव की पूजा की जाती है। इस दिन लोग अपनी परेशानियों से निजात पाने के लिए कुछ उपाय भी करते हैं। जिन्हें करने से निश्चित तौर पर परेशानियों से निजात मिल जाती है।

गुरुवार को करें ये उपाय, मिलेगा हर समस्या से छुटकारा

गुरु दोष की शान्ति के लिए गुरुवार को कुछ उपाय किए जाते हैं जिससे आपको अपने काम में सफलता जरुर मिलेगी, क्योंकि गुरुवार का दिन हिंदू धर्म के देवताओं के गुरु बृहस्पति देव का होता है। गुरुवार के दिन नहाते वक्त अपने नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें इसके बाद "ऊं नमो भगवते वासुदेवाय" का जप करते हुए केसर का तिलक लगाएं और केले के वृक्ष में जल अर्पित करते हुए उसकी धूप- दीप से पूजा करें।

  • गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ भी करें। अगर आपकी कुंडली में गुरु का दोष हो तो हर गुरुवार को शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इससे आपको काफी फायदा मिलेगा।

 

  • अगर आपने व्रत रखा है तो इस दिन केले के वृक्ष की पूजा कर सत्यनारायण की कथा सुनें।

 

  • गुरु से जुड़ी पीली वस्तुओं का दान करें जैसे कि चने की दाल, सोना, हल्दी, आम आदि।

 

  • गुरु बृहस्पति की मूर्ति या तस्वीर को पीलें रंग के कपड़े पर विराजित करें। साथ ही विधि-विधान से पूजा करें। पूजा में केसरिया चंदन, पीले फूल और प्रसाद में गुड़ और चने की दाल चढ़ाएं या इस रंग का कोई पकवान चढ़ाएं।

 

  • गुरुवार के दिन लेन देन थोड़ा संभलकर करें और अगर कोई इस दिन धन मांगने आता है तो धन देने से आपका गुरु कमजोर हो जाता है जिससे आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं

 

  • बृहस्पतिवार के द‌िन को लेकर माना जाता है क‌ि इस द‌िन शरीर पर साबुन लगाना, बाल धोना और कटवाना तीनों ही शुभ नहीं होता। इसके पीछे ज्योत‌िषीय और वैज्ञान‌िक दोनों कारण बताए जाते हैं।

 

  • ज्योत‌िष के अनुसार मान्यता है क‌ि बृहस्पतिवार का द‌िन देवताओं के गुरु बृहस्पत‌ि को समर्पित है। बृहस्पति देव संतान और ज्ञान के प्रधान देव हैं। गुरुवार को बाल कटवाने से आर्थिक हानि, संतान कष्ट व ज्ञान क्षीणता होने के आसार होते हैं।

 

  • धार्म‌िक दृष्ट‌िकोण से माना जाता है क‌ि बृहस्पतिवार का द‌िन लक्ष्मीनारायण का है इसलिए कहते हैं क‌ि इस द‌िन बाल कटवाने अथवा धोने से आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ज्योत‌िष के अनुसार अविवाहितों के ल‌िए गुरूवार को बाल धोना और कटवाना व‌िवाह में बाधाएं उत्पन्न करता है। अमर सुहाग चाहने वाली सुहागन महिलाओं के ल‌िए इस द‌िन बाल धोना अच्छा नहीं माना जाता है।

 

  • बृहस्पतिवार को बाल कटवाना ही नहीं शेव‌िंग करवाना भी अच्छा नहीं होता। कहते हैं क‌ि इससे उम्र छोटी होती है।

 

  • शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिन बाल न कटवाने की मान्यता है कि इन तीन दिनों में ग्रहों से कुछ विशिष्ट किरणों का संचार होता है। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। मस्तिष्क मानवीय काया का अहम अंग है। मस्तिष्क सिर में होता है और सिर के बीच का भाग बहुत संवेदनशील और कोमल होता है। इसकी सुरक्षा हमारे बाल करते हैं।

 

  • शनिवार, मंगलवार और गुरुवार के दिनों में विशिष्ट किरणें बालों के सुरक्षा कवच के रूप में मस्तिष्क को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाती। जिससे कि इन तीनों दिन बाल कटवाने से इन किरणों का सीधा प्रभाव हमारे सिर पर पड़ेगा। जिससे मस्तिष्क प्रभावित होगा। इसलिए इन तीनों दिनों में बालों को न कटवाने का विधान बनाया गया है।

 

  • देवगुरु बृहस्पति के तंत्रोक्त मंत्र ना सिर्फ धन और वैभव की दृष्टि से चमत्कारी है बल्कि तुरंत असर करने वाले हैं। जरूरत है इन्हें एक साथ निरंतर जपने की। इन चमत्कारी पांचों मंत्रों की जप संख्या 19 हजार है। आप किसी भी एक गुरु मंत्र का गुरुवार के दिन जप कर सकते हैं।


ॐ बृं बृहस्पतये नमः ।

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।

ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।

ॐ गुं गुरवे नम:।

ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।

Created On :   18 April 2018 4:50 AM GMT

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