चाइना का स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 होने वाला है क्रेश, इन शहरों पर गिर सकता है मलबा

Tiangong-1 space station likely to crash over weekend
चाइना का स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 होने वाला है क्रेश, इन शहरों पर गिर सकता है मलबा
चाइना का स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 होने वाला है क्रेश, इन शहरों पर गिर सकता है मलबा
हाईलाइट
  • 2016 में चाइना ने इस पर से अपना कंट्रोल खो दिया था जिसके बाद से ही इसकी धरती से टकराने की संभावना बढ़ गई थी।
  • इसका साइज 34 x 11 फीट है
  • जो कि एक स्कूल बस के बराबर है।
  • चाइना का अनकंट्रोल्ड स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 कभी भी धरती से टकरा सकता है।
  • साल 2016 में चीन ने Tiangong-2 को भी लॉन्च किया।
  • TIANGONG-1 एक तरह की रिसर्च लेबोरेटरी है जहां पर चीन अपने एस्ट्रनॉट्स को भेजता था।
  • TIANGONG-1 को चाइना ने 30 सितंबर 2011 को लॉन्च किया था।
  • जून 2012 में ची

डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चाइना का अनकंट्रोल्ड स्पेस स्टेशन TIANGONG-1 कभी भी धरती से टकरा सकता है। माना जा रहा है कि 31 मार्च से 1 अप्रैल के बीच ये धरती से टकराएगा। हालांकि पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करते ही इसका काफी सारा हिस्सा जलकर राख हो जाएगा, लेकिन जो हिस्सा बचेगा इसका खतरा 38 शहरों पर मंडरा रहा है। बता दें कि 2016 में चाइना ने इस पर से अपना कंट्रोल खो दिया था जिसके बाद से ही इसकी धरती से टकराने की संभावना बढ़ गई थी।

कितना बड़ा है TIANGONG-1?
TIANGONG-1 को चाइना ने 30 सितंबर 2011 को लॉन्च किया था। इसका साइज 34 x 11 फीट है, जो कि एक स्कूल बस के बराबर है। साल 2016 में चीन के वैज्ञानिकों ने इस स्पेस स्टेशन से नियंत्रण खो दिया था। उस समय से टियागोंग अंतरिक्ष में ही भटक रहा है। लेकिन अब यह पृथ्वी की कक्षा के पास पहुंच चुका है और किसी भी समय गिर सकता है। 16 मार्च को आधिकारिक रूप से TIANGONG ने डेटा भेजना बंद कर दिया था।

38 शहरों पर मंडरा रहा खतरा
वैज्ञानिकों के अनुसार इस स्पेस स्टेशन के गिरने से कई शहरों को नुकसान पहुंच सकता है। 38 शहरों को इससे सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है। इस सूची में न्यूयॉर्क, बार्सिलोना, रोम, मैड्रिड, इस्तांबुल, बीजिंग जैसे बड़े देशों पर सबसे ज्यादा खतरा है। TIANGONG में मौजूद फ्यूल का असर भी वातावरण पर पड़ सकता है। वहीं कुछ वैज्ञानिक ये भी दावा कर रहे है कि पृथ्वी पर पहुंचने से पहले ही यह पूरी तरह से जलकर खाक हो जाएगा और इसका नुकसान किसी भी शहर पर नहीं पड़ेगा।

क्या है TIANGONG-1?
TIANGONG-1 एक तरह की रिसर्च लेबोरेटरी है जहां पर चीन अपने एस्ट्रनॉट्स को भेजता था। जून 2012 में चीन ने  Shenzhou 9 मिशन को TIANGONG-1 पर भेजा था। इस मिशन पर पहली बार चाइनीज महिला एस्ट्रोनॉट लियू यांग को भेजा गया था। लियू यांग के साथ जिंग हेईपेंग और लियू वैंग भी गए थे। इस मिशन में लियू यांग को मेडिकल एक्सपेरिमेंट करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके बाद एक साल से कम समय में दूसरे बार दूसरा और आखिरी मानव मिशन Shenzhou 10, TIANGONG-1 पर चाइना ने भेजा। इस मिशन के क्रू ने 12 दिनों ने TIANGONG-1 में रहकर एक्सपेरिमेंट किए। साल 2016 में चीन ने Tiangong-2 को भी लॉन्च किया।

Created On :   28 March 2018 5:50 PM GMT

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