गांवों के आस-पास घूम रहे बाघ, मवेशियों का कर रहे शिकार

Tigers are roaming freely and killing cattle in residential areas
गांवों के आस-पास घूम रहे बाघ, मवेशियों का कर रहे शिकार
गांवों के आस-पास घूम रहे बाघ, मवेशियों का कर रहे शिकार

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पेंच नेशनल पार्क की सीमा से सटे चौरई, चांद और बिछुआ, खमारपानी के जंगल में बाघ का मूवमेंट बना हुआ है। इससे आसपास के आधा दर्जन गांवों में दहशत का माहौल है। पार्क की सीमा से बाहर आ रहे बाघ मवेशियों को शिकार बना रहे हैं। कोनापिंडरई में कुछ दिन पहले एक बाघ ने किसान पर हमला कर दिया था। इससे लोग खेतों में जाने से भी डर रहे हैं। इसके बाद भी वन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

पिछले दिनों कुंभपानी और हलाल में बाघ ने मवेशियों का शिकार किया था। इसके बाद वन विभाग और पेंच नेशनल पार्क की टीम ने इन क्षेत्रों में सर्चिंग बढ़ा दी है। लेकिन खतरा बना हुआ है। इसके अलावा कुंभपानी, हलाल, हिर्री, ग्रेटिया, मेघदौन समेत आसपास के आधा दर्जन गांवों में वन विभाग ने मुनादी कराई है। इसके अलावा मवेशियों को जंगल में न छोड़ने की हिदायत दी जा रही है।

पांच भैंसों का कर चुका है शिकार
पार्क से बाहर आए बाघ ने पिछले दिनों मेघदौन में एक भैंस और चौरई के ग्राम ग्रेटिया में चार भैंसों का शिकार किया था। इसके बाद से ही दहशत का माहौल निर्मित हुआ है। वन विभाग ने मामले सामने आने के बाद मवेशी मालिकों को मुआवजा भी दिया था। इसके अलावा चांद के पतलौन में भी बाघ का मूवमेंट है।

आग जलाकर करना पड़ रहा बचाव 
लगातार बाघ के मूवमेंट से किसान खेतों की रखवाली नहीं कर पा रहे हैं। अधिकांश किसान रात में खेतों में आग जलाकर जंगली जानवरों से बचने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि अगर खेतों पर नहीं जाएंगे तो फसलें कैसे बचेंगी। मजबूरी में बाघ के डर के बाद भी खेतों में जाना पड़ता है। वन विभाग बाघों को वापस नेशनल पार्क में भेज दे तो हम लोग बिना भय के किसानी कर सकेंगे। गांव वालों के सिर से भी संकट टल जाएगा।

किसान पर कर चुका है हमला 
कोनापिंडरई में तीन माह पहले खेत में काम कर रहे केवल परतेती पर बाघ ने हमला कर दिया था। गंभीर रुप से घायल केवल को जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। हालत में सुधार न होने पर डॉक्टरों ने उसे नागपुर रैफर कर दिया था। इस घटना के बाद से लोगों के मन में दहशत समाई हुई है। 

दे रहे हैं समझाइश  
बाघ के मूवमेंट की सूचना मिलने पर ग्रामीण इलाकों में मुनादी कराकर लोगों से रात के समय खेतों में न जाने और मवेशियों को जंगल में न छोड़ने की अपील की है। जिन मवेशियों का शिकार बाघ ने किया है उनके मालिकों को मुआवजा दे दिया गया है।
-भारती ठाकरे, एसडीओ, पेंच नेशनल पार्क
 

Created On :   30 Aug 2018 8:03 AM GMT

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