मकान में मिले बाघ के पंजे और नाखून, आरोपी गिरफ्तार

Tigers claws, nails found in a house in raid, accused arrested
मकान में मिले बाघ के पंजे और नाखून, आरोपी गिरफ्तार
मकान में मिले बाघ के पंजे और नाखून, आरोपी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, चौरई/छिंदवाड़ा। महाराष्ट्र वन विभाग ने मुखबिर की सूचना पर जब एक मकान में दबिश दी, तो उसके होश उड़ गए। मकान के अंदर बाघ के पंजे और नाखून बरामद हुए हैं। पुलिस ने बाघ के शिकार किए जाने के आरोप में आरोपी को गिरफ्तार किया है और पंजे व नाखूनों को अपने कब्जे में लिया है। अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं, जिसके बाद और भी मामलों का खुलासा होने की संभावना है।

जानकारी जुटाने में लगा महकमा-
सूचना पर चौरई क्षेत्र में एक बाघ के शिकार का मामला उजागर हुआ है। आरोपी के मकान से बाघ के तीन पंजे और नाखून वन विभाग को मिले हैं, लेकिन बाघ का शिकार कब और कहां हुआ, यह जानकारी अब तक वन अमले के पास नहीं है। महाराष्ट्र के रामटेक में वन विभाग ने चांदा थाना क्षेत्र के ढुढमर गांव के लवानटांडे में रहने वाले रामदास पिता भंगू को रामटेक में घूमते हुए पकड़ा। आरोपी के पास से बाघ के मूंछ के बाल और नाखून जब्त किए।

शिकार में उपयोग की गई सामग्री भी जब्त-
आरोपी के पकड़े जाने की सूचना मिलने के बाद हरकत में आए चौरई वन परिक्षेत्र के वन अमले ने सोमवार को आरोपी के निवास पर छापामार कार्रवाई कर सर्चिंग की तो वहां से बाघ के तीन पंजे और नाखून बरामद किए गए हैं। आरोपी के मकान से शिकार में प्रयुक्त सामग्री भी बरामद की गई है। आरोपी ने चौरई वन परिक्षेत्र में ही बाघ का शिकार किया, लेकिन इसका पता अब तक स्थायी वन अमले को नहीं था। छापामार कार्रवाई में रेंजर एसएस राजपूत, डिप्टी रेंजर केबी सनोडिया, तुलसीराम सनोडिया और अन्य कर्मचारी शामिल थे।

आरोपी से पूछताछ के बाद चलेगा शिकार का पता-
महाराष्ट्र में पकड़ाए शिकारी रामदास को वन अमले ने सोमवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया। अब छिंदवाड़ा वन विभाग द्वारा न्यायालय से आरोपी की रिमांड मांगी जाएंगी। न्यायालय वन विभाग की मांग पर रिमांड मंजूर करता है तो आरोपी से पूछताछ में किस क्षेत्र में शिकार किया गया और कब यह शिकार हुआ, इस बात का पता लगाने का प्रयास वन विभाग करेगा।

लगातार हो रहा वन्य प्राणियों का शिकार-
पेंच नेशनल पार्क और चौरई वनपरिक्षेत्र के जंगलों में फिलहाल 30 से अधिक बाघ हैं। इतने अधिक बाघ होने के बाद भी चौरई वन अमला मुस्तैद नहीं हैं, जिससे शिकार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे पहले चौरई के हिर्री गांव में भी करंट लगाकर बाघिन का शिकार किया गया था। उससे पहले भालू को भी करंट लगाकर मारा जा चुका हैं, लेकिन इसके बाद भी वन अमला लापरवाह है।

इनका कहना है
महाराष्ट्र वन अमले की सूचना पर आरोपी के मकान की सर्चिंग की गई है, जहां से बाघ के पंजे और नाखून जब्त किए गए हैं। इस मामले में जांच जारी है।
एसएस राजपूत, रेंजर चौरई वन परिक्षेत्र

Created On :   6 May 2019 5:07 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story