मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग पर दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक वाहन

To get rid of diesel-petrol prices and increasing pollution govt promoting electric cars
मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग पर दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक वाहन
मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग पर दौड़ेंगे इलेक्ट्रिक वाहन
हाईलाइट
  • पायलट प्रोजेक्ट का शुभारंभ आज
  • राज्य भर में लगेंगे 500 चार्जिंग प्वाइंट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। डीजल-पेट्रोल की बढ़ती कीमतें और बढ़ते प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए सरकार अब बिजली से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है। इस मामले में महाराष्ट्र देश के अन्य राज्यों से आगे दिखाई दे रहा है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नीति तैयार करने बाद अब राज्य में 500 चार्जिंग स्टेशन शुरु करने की तैयारी है। फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 50 जगहों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग प्वाइंट लगाने के कार्य का शुभारंभ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंगलवार को मंत्रालय से करेंगे। पहले चरण में मुंबई के अलावा नागपुर और मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे पर चार्जिंग प्वाइंट लगाए जाएंगे। मुंबई-नागपुर के बीच बन रहे समृद्धि महामार्ग पर भी जगह-जगह इलेक्ट्रिक कारो के लिए चार्जिंग प्वांट होंगे। ऊर्जा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ‘दैनिक भास्कर’ को  बताया कि इलेक्ट्रीक कारो के किये नीति तैयार करने के बाद सरकारी बिजली कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इस्तेमाल होने वाली बिजली की दर भी तय कर दी है। इसके लिए प्रति यूनिट 6 रुपये का भुगतान करना होगा। रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रति यूनिट 1.50 रुपये की छूट मिलेगी। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक कारो को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त चार्जिंग प्वाइंट की जरूर है। फिलहाल प्रयोग के तौर पर सरकारी बिजली कंपनी महावितरण 50 चार्जिंग प्वाइंट लगा रहा है। अधिकारी के अनुसार फिलहाल देश में मौजूद बिजली से चलने वाली छोटी कार एक बार चार्ज होने पर 100 किलोमीटर की दूरी तय कर पायेगी।

45 मिनट में फुल चार्जिंग
इन चार्जिंग प्वाइंट में फ़ास्ट डीसी चार्जिंग की सुविधा होगी जिससे इलेक्ट्रीक वाहन को चार्ज करने में 45 मिनट से 1 घंटे तक का समय लगेगा। इसके लिए एक मोबाइल एप भी तैयार किया गया है। सरकारी बिजली कंपनी महावितरण के ग्राहक अपने घर के बिजली कनेक्शन के ग्राहक क्रमांक का इस्तेमाल कर अपने वाहन चार्ज कर सकेंगे। उसका बिल उनके घर के बिजली बिल में जुड़ कर आएगा। 

धीरे-धीरे लोकप्रिय होंगी इलेक्ट्रिक कार
यूरोपिय देशों की अपेक्षा भारत इलेक्ट्रिक कारो के इस्तेमाल में बहुत पीछे है। पर इंडस्ट्री के जानकारों को उम्मीद है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंफ्राटेक्चर सुविधाओं में बढ़ोतरी के साथ ही देश मे भी इलेक्ट्रिक कारे लोकप्रिय होंगी। एक अनुमान के अनुसार 2022 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी करीब 20 फीसदी तक पहुँच जाएगी। मर्सडीज सहित कई बड़ी वाहन निर्माता कंपनी अपने इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में लाने की तैयारी में हैं। आने वाले वर्षों में देश मे इलेक्ट्रिक कारो के करीब 22 मॉडल बाजार में दिखाई देंगे। इन कारों के इस्तेमाल का खर्च भी काफी कम है। जानकारों की माने तो 1 से डेढ़ रुपये प्रति किलोमीटर के खर्च पर इलेक्ट्रिक कार चलाई जा सकती है जबकि डीजल-पेट्रोल से यह खर्च 3 से 5 रुपये तक आता है।

“ फिलहाल 50 जगहों इलेक्ट्रीक चार्जिंग प्वाईंट लगाए जा रहे हैं। मुंबई-पुणे महामार्ग के अलावा मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग पर भी इलेक्ट्रानिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। -अरविंद सिंह,  प्रधान सचिव (ऊर्जा) 

कहा कितने चार्जिंग प्वाइंट

  • नागपुर              10
  • मुंबई                 04
  • ठाणे                  06
  • नई मुंबई            04
  • पनवेल               04
  • पुणे।                  10
  • मुंबई-पुणे हाइवे    07
  • नाशिक               05
     


 

Created On :   16 Oct 2018 7:30 AM GMT

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