कान्हा से सतकोसिया उड़ीसा टाईगर रिजर्व भेजा गया एक बाघ

Today a tiger sent from Kanha to Satkosia Orissa Tiger Reserve
कान्हा से सतकोसिया उड़ीसा टाईगर रिजर्व भेजा गया एक बाघ
कान्हा से सतकोसिया उड़ीसा टाईगर रिजर्व भेजा गया एक बाघ

डिजिटल डेस्क, बैहर/बालाघाट। बाघ विहीन हो चुके उड़ीसा के सतकोसिया टाईगर रिजर्व को आबाद करने के लिए आज कान्हा टाइगर रिजर्व से एक वयस्क बाघ भेजा गया है। मध्य प्रदेश से कुल 6 बाघ भेजने की योजना है, जबकि कान्हा से दो बाघ भेजे जाना है। कान्हा प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज यहां से सायं 3.00 बजे मुक्त रूप से विचरण करने वाले एक बाघ को सतकोसिया टाईगर रिजर्व, उडीसा में पुनर्स्थापना हेतु रवाना कर दिया गया है।

डाक्टरों की टीम की देखरेख में चला अभियान
इस बाघ को आज कान्हा एवं पेंच टायगर रिजर्व के वन्यप्राणी चिकित्सकों एवं अधिकारियों द्वारा निश्चेत कर उसके शरीर के आवश्यक माप रिकार्ड किए गए। यह सम्पूर्ण कार्रवाई डॉ. संजय कुमार शुक्ला, क्षेत्र संचालक, कान्हा टाईगर रिजर्व के मार्गदर्शन में कान्हा प्रबंधन द्वारा सम्पन्न की गई। उड़ीसा राज्य में स्थित सतकोसिया टाईगर रिजर्व में बाघों के पुनर्स्थापना हेतु पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा एक विशेष योजना तैयार की गई है।



उड़ीसा जाएंगे 6 बाघ
इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश राज्य द्वारा उड़ीसा राज्य को 6 बाघ (तीन जोड़े) पुनर्स्थापना हेतु दिया जाना है। कान्हा टाईगर रिजर्व से दो बाघ दिए जाने है एवं इसी कड़ी में आज पहले बाघ को रवाना किया गया है। भारत के संरक्षण इतिहास में पहली बार किसी टाईगर रिजर्व से बाघ को अन्य राज्य में पुनर्स्थापना हेतु भेजा गया है। आशा है कि यह बाघ इस महत्वकांक्षी परियोजना के उद्धेश्य को पूर्ण कर सतकोसिया टाईगर रिजर्व में बाघों की अच्छी संख्या स्थापित करने में सहायक होगा।

उड़ीसा राज्य से इस हेतु वनाधिकारियों एवं वन्यप्राणी चिकित्सकों का दल भी कान्हा टाईगर रिजर्व आया है। इस संपूर्ण कार्यवाही में केएस भदौरिया, संयुक्त संचालक, सुश्री अंजना सुचिता तिर्की, उप संचालक, बफरजोन, डॉ. के रमेश, वरिष्ठ वैज्ञानिक, भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून, डॉ. राकेश शुक्ला, अनुसंधान अधिकारी, डॉ. संदीप अग्रवाल, वन्यप्राणी चिकित्सक, कान्हा टाईगर रिजर्व, डॉ. अखिलेश मिश्रा, वन्यप्राणी चिकित्सक, पेंच टा.रि., श्री एसके खरे, श्री एसके सिन्हा, श्री रंजीत सिंह उइके, श्री एसके मिश्रा, श्री एसके सेन्द्राम, सहायक संचालक, परिक्षेत्र अधिकारीगण एवं कान्हा टाईगर रिजर्व के कर्मचारियों ने सहयोग दिया।

Created On :   20 Jun 2018 1:11 PM GMT

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