WB Rally: TMC का पंडित कार्ड, बीजेपी लगा रही अल्पसंख्यकों पर दांव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस पहली बार 5 हजार से ज्यादा पंडितों की एक रैली निकालने जा रही है। अगले महीने जनवरी में ये रैली निकाली जाएगी। इस निर्णय को पार्टी नेतृत्व के बदलाव के रूप में भी देखा जा रहा है। अब तक ऐसा देखा गया है कि राज्य में जो भी पार्टी सत्ता में रही है वो आम तौर पर अपने शक्ति प्रदर्शन के लिए श्रमिकों, किसानों और मजदूरों को आगे करती थी, लेकिन अब पहली बार पंडितों पर पार्टी ने फोकस किया है।
पंडितों की जनगणना
तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम अध्यक्ष अनुबरता मंडल ने 19 ब्लॉकों में पंडितों की संख्या पता लगाने के लिए उनकी जनगणना करने को कहा है। पार्टी चाहती है कि 8 जनवरी को होने वाली रैली में ज्यादा से ज्यादा पंडित आ सके। ये रैली ऐसे समय में कराई जा रही है जब भाजपा ने टीएमसी पर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। इस रैली में तृणमूल कांग्रेस पंडितों को गीता, श्री रामकृष्ण और स्वामी विवेकानंद की किताबें और तस्वीरें देंगे।’
माना जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस ये रैली पश्चिम बंगाल में बीजेपी की बढ़ रही उपस्थिति को देखते हुए कर रही है। यहीं वजह है कि तृणमूल ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। वहीं गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की निगाहें अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव पर टिकी हैं।
11 को अल्पसंख्यकों का सम्मेलन
बीजेपी 11 जनवरी को अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रही है। सम्मेलन को केंद्रीय अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अब्दुल राशिद अंसारी के साथ ही पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय संबोधित करेंगे। बीजेपी ने तृणमूल को पंचायत चुनावों में टक्कर देने के लिए ज्यादा से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की योजना बनाई है।
Created On :   28 Dec 2017 7:52 AM GMT