जासूस बताकर ट्रंप ने 60 रूसी राजनयिकों को किया अमेरिका से बेदखल
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका ने सोमवार को 60 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। इसके अलावा सिएटल के रूसी दूतावास को भी बंद करने के आदेश दिए गए है। ट्रंप प्रशासन की तरफ से रूस और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अब तक उठाए गए कदमों में से यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है। ट्रंप प्रशासन के एक सीनियर अधिकारी ने कहा अमेरिका में राजनयिक के तौर पर काम करे ये लोग असल में जासूस थे। अमेरिका और यूरोपियन देशों ने ये कदम रूस को सबक सिखाने के मकसद से उठाया है। बता दें कि ब्रिटेन पहले ही 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर चुका है।
7 दिनों में छोड़ना होगा अमेरिका
जिन रशियन अधिकारियों को निष्कासित किया गया है उन्हें अमेरिका छोड़ने के लिए 7 दिनों का समय दिया गया हैं। इन अधिकारियों के नाम उजागर नहीं किए गए है। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा, किन्हीं कारणों से इन लोगों के नाम जाहिर नहीं किए जा सकते हैं। ट्रंप एडमिनिस्ट्रशन के सीनियर अधिकारी ने कहा कि अमेरिका में डिप्लोमैटिक कवर के तहत 60 रशियन जासूसी कर रहे थे। इनमें करीब एक दर्जन यूनाइटेड नेशन में रूस के मिशन पर तैनात थे। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पोलैंड, जर्मनी और लिथुआनिया ने भी रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने की बात कही है।
यूरोपीय संघ के 14 देशों का समर्थन
यूरोपियन यूनियन के अध्यक्ष डॉनल्ड टस्क ने कहा कि ब्रिटेन के शहर सलिस्बरी में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट के हमले की समन्वित प्रतिक्रिया के रूप में यूरोपीय संघ के 14 देश रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर रहे हैं। टस्क ने बुल्गारिया के वरना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पिछले हफ्ते यूरोपीय परिषद ने फैसला लिया था कि रूस को वह साझा तरीके से प्रतिक्रिया देंगे, इसका पालन करते हुए आज 14 सदस्य देशों ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का फैसला किया।"
Today 14 EU Member States decided to expel Russian diplomats as direct follow-up to #EUCO discussion last week on #SalisburyAttack. Additional measures including further expulsions are not excluded in coming days, weeks.
— Donald Tusk (@eucopresident) March 26, 2018
ब्रिटेन ने किया था 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित
बता दें कि रूस के पूर्व जासूस सर्गेइ वी. स्क्रिपल (66) और उनकी बेटी युलिया(33) 4 मार्च को दक्षिणी इंग्लैंड के सैलिसबरी में बेहोशी की हालत में पाए गए थे। जांच में पाया गया था कि उन्हें जहर दिया गया है। दोनों अभी भी अस्पताल में हैं, उनकी हालत अभी सामान्य बताई जा रही है। ब्रिटेन का आरोप है कि रूस के एजेंटों ने सर्गेइ और उनकी बेटी को जहर दिया है। इसमें रूसी राजनयिकों का भी हाथ बताया गया था। इसके बाद ब्रिटेन ने 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया था। अमेरिका ने भी ब्रिटेन का समर्थन किया था।
Created On :   26 March 2018 3:07 PM GMT