संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बाहर हुआ अमेरिका, पक्षपात का लगाया आरोप
- अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोमिप्यो ने बताया परिषद सुधार करने के प्रति गंभीर नहीं है।
- निकी हेली ने लगाया पक्षपात का आरोप
- संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बाहर हुआ अमेरिका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सुधार न होने की वजह से अमेरिका ने परिषद से बाहर होने का फैसला कर लिया है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की एंबेसडर निकी हेली ने कहा है कि 47 सदस्यों वाली यह परिषद इजराइल विरोधी है। उन्होंने परिषद पर पक्षपात का आरोप लगाया है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोमिप्यो ने कहा है कि परिषद सुधार करने के प्रति गंभीर नहीं है।
US Ambassador to the United Nations Nikki Haley says US withdrawing from UN Human Rights Council, calling it "not worthy of its name.": The Associated Press (file pic) pic.twitter.com/elJ3Ruds4n
— ANI (@ANI) June 19, 2018
बता दें कि अमेरिका तीन साल से परिषद में सुधार की मांग कर रहा था, लेकिन इस ओर परिषद ने ध्यान नहीं दिया। निकी हेली ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की घोषणा की। निकी हैली ने कहा कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से बाहर हो रहा है।
"Disappointing, if not really surprising, news. Given the state of #HumanRights in today"s world, the US should be stepping up, not stepping back" -- UN Human Rights Chief #Zeid following USA decision to withdraw from U.N. Human Rights Council.#StandUp4HumanRights
— UN Human Rights (@UNHumanRights) June 19, 2018
सुधार पर नहीं बनी सहमति
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और अमेरिका के बीच सुधार पर सहमति नहीं बन सकी। मानवाधिकार परिषद ने अमेरिका की बात मनाने से इंकार कर दिया। नतीजतन अमेरिका ने परिषद से बाहर होने का ऐलान कर दिया। बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका तीन बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठनों से किनारा कर चुका है। इससे पहले उसने पेरिस क्लाइमेट चेंज फिर ईरान परमाणु समझौते से बाहर होने का ऐलान किया था।
निकी हेली ने लगाया आरोप
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद पर निकी हेली ने आरोप लगाते हुए कहा है कि परिषद मानवाधिकार उल्लंघन करने वाले देशों का बचाव कर रहा है। चीन, क्यूबा, ईरान और वेनेजुएला जैसे देशों का हवाला देते हुए हेली ने कहा कि परिषद में कई ऐसे सदस्य हैं जो नागरिकों के बुनियादी मानवाधिकार की इज्जत नहीं करते। उन्होंने कहा परिषद लगातार उन देशों को बलि का बकरा बनाता है जिनका मानवाधिकार मामले में रिकॉर्ड बेहतर है, ताकि वो इसे तोड़ने वालों से दुनिया का ध्यान हटा सके।
Created On :   20 Jun 2018 2:54 AM GMT