कश्मीर की वादियों में जन्नत का एहसास दिलाता ट्यूलिप गार्डन

कश्मीर की वादियों में जन्नत का एहसास दिलाता ट्यूलिप गार्डन

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है और जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में स्थित ट्यूलिप गार्डन धरती के स्वर्ग में जन्नत का एहसास दिलाता है। कश्मीर का ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है। हाल ही में आयोजित ट्यूलिप फेस्टिवल में पिछले साल की तुलना में इस साल लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। एक महीने में करीब दो लाख लोगों ने फेस्टिवल में शिरकत की।

 

 

टूरिज्म विभाग आयोजित करता है फेस्टिवल

इस गार्डन का पूरा नाम इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन है जेकि राजधानी श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित है। प्रदेश का बागवानी और पर्यटन विभाग मिलकर ट्यूलिप फेस्टिवल आयोजित करता है।  इस बार गार्डन की खूबसूरती अपने पूरे शबाब पर रही। यहां पर आने के बाद हर कोई इसका कायल हो जाता है।  इस साल 25 मार्च से 15 अप्रैल के बीच ट्यूलिप फेस्टिवल मनाया गया।

 

 

इस बार बहुत कुछ नया नजर आया

इस बार गार्डन में बहुत कुछ नया नजर आया। कश्मीर बागवानी विभाग के मुताबिक में 46 किस्मों के दस लाख से अधिक ट्यूलिप के फूल लगाए गए थे। वहीं इस बार 150 से बढ़ाकर 210 कनाल भूमि पर यह फूल लगाए गए। सैलानियों को मुफ्त वाई-फाई कनेक्टिविटी  भी उपलब्ध कराई गई। दिव्यांग पर्यटकों के लिये विशेष सुविधा वाले शौचालय भी बनाये गये थे।

 



एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है

कश्मीर का ट्यूलिप गार्डन एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है। तीन लेवल पर बना यह ट्यूलिप गार्डन 46 प्रकार के ट्यूलिप्स का घर है। खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए ट्यूलिप गार्डन के बीचों-बीच कई फाउन्टेन्स भी लगाए गए हैं। गार्डन में विजिटर्स की सुविधा का खास ख़्याल रखा जाता है। इसलिए यहां पर एक छोटा सा फ़ूड पॉइंट भी है। जिसमें आप कश्मीर के ख़ास पकवान जैसे बाक़रख़ानी, चॉकलेट केक और कश्मीरी कहावा का आनंद ले सकते हैं।

 

 

इस बार पर्यटकों ने जमकर आनंद लिया 

गौरतलब है कि 2014 में कश्मीर में आई बाढ़ की वजह से यह गार्डन 2015 में सही तरह से महक नहीं पाया। इसके बाद 2016 में मौसम सही न रहने की वजह से गार्डन की रौनक नहीं दिखी थी।

 

 

लेकिन इस बार सब कुछ बहुत अच्छा रहा। पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों ने जमकर आनंद उठाया और फोटोग्राफी भी की।   

Created On :   27 April 2018 9:54 AM GMT

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