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पुलिस अफसर बनकर वृद्धा के जेवर ले गए बदमाश-आरोपियों की तलाश शुरू
डिजिटल डेस्क ,जबलपुर। मैं पुलिस विभाग का अफसर हूं, लीलावती नाम की महिला का लुटेरों ने खून कर दिया है, आप जेवर पहनकर खुलेआम नहीं घूमों। इस तरह की बातों में उलझाकर दो बदमाशों ने मंदिर से घर लौट रही वृद्धा के जेवर छीन लिए। गढ़ा पुलिस ने बताया कि छोटे जैन मंदिर के पास रहने वाली मुन्नी जैन 65 वर्षीय ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वे रोज की तरह सुबह साढ़े 6 बजे पिसनहारी मढिय़ा पूजा करने गईं थीं। मुन्नी बाई के अनुसार मढिय़ा के पास गोरे रंग, साधारण ऊंचाई और सफेद-नीली शर्ट पहने 2 युवक खड़े हुए थे, जिनमें से एक ने उनके पास पहुंचकर कहा कि हम पुलिस विभाग के साहब हैं और लीलावती नाम की महिला का खून हो गया है। आप भी सोना पहनकर नहीं निकला करो, इतना कहने के बाद युवकों ने मुन्नी बाई के गले से सोने की चेन उतरवाकर काले रंग के कागज में लपेटी और उनकी पूजा की डिब्बी में रख दी। इसके बाद दोनों युवक मोटर साइकल में बैठकर त्रिपुरी चौक की ओर चले गए, इसके बाद उन्होंने डिब्बी खोलकर देखी तो डिब्बी में रखे कागज के अंदर उनकी चेन नहीं थी, कागज की पुडिय़ा में कंकड़ रखे हुए थे। पुलिस ने धारा 420 का अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
बदमाशों ने लूट लिया-
अधारताल थाना क्षेत्र के कृषि नगर में रहने वाली 60 वर्षीय आशा गुप्ता की सुबह साढ़े 8 बजे अधारताल तिराहा स्थित सब्जी मार्केट में खरीददारी करने पहुंची थीं। आरती कलेक्शन के सामने दो युवकों ने श्रीमती गुप्ता को रोककर कहा कि शर्मा जी बुला रहे हैं, जब तक आशा कुछ समझ पातीं, दोनों युवक उन्हें एक गली में हाथ पकड़कर ले गए और एक बंद दुकान के सामने बिठा दिया। इसी बीच एक बदमाश ने उनके दोनों हाथों से सोने के कड़े उतार लिए और दूसरे बदमाश ने कड़े कागज में लपेटकर उनके हाथों में दे दिए। इसके बाद दोनों युवक बाइक पर सवार होकर पनागर की तरफ तेजी से चले गए। आशा ने बताया कि थाने में पुलिस कर्मियों ने उनकी बातें सुनने के बाद कहा कि यह मामला धोखाधड़ी का है इसमें लूट की एफआईआर दर्ज नहीं की जाएगी।
Created On :   5 Nov 2018 7:59 AM GMT