मीजल्स-रूबेला टीका लगने से बिगड़ी दो छात्राओं की हालत, पहुंचाया अस्पताल

Two students health worsened after Meisels rubella vaccination
मीजल्स-रूबेला टीका लगने से बिगड़ी दो छात्राओं की हालत, पहुंचाया अस्पताल
मीजल्स-रूबेला टीका लगने से बिगड़ी दो छात्राओं की हालत, पहुंचाया अस्पताल

डिजिटल डेस्क, सतना। 15 जनवरी से शुरू हुए मीजल्स-रूबैला टीकाकरण अभियान को लेकर समूची 108 एम्बुलेंस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। हालांकि आदेश तो कैम्प में एम्बुलेंस तैनाती का है मगर व्यवहारिक तौर पर यह संभव नहीं है लिहाजा जिला स्तर पर इन्हें अलर्ट मोड पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी ओर अभियान के तीसरे दिन एक बालिका हाईस्कूल विद्यालय में टीकाकरण के बाद दो छात्राओं के पेट में हल्का दर्द उठा तो उन्हें फौरन नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। अब उनकी हालत ठीक है और छुट्टी कर दी गई है। 

प्राथमिकता में अभियान
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मुख्य प्रशासकीय अधिकारी डॉ. बृजेश सक्सेना ने जिगित्सा हेल्थकेयर लिमिटेड को दो टूक निर्देश दिए हैं कि मीजल्स-रूबैला (एमआर) कैम्पेन के दौरान किसी भी प्रकार के आपातकालीन स्थिति पैदा होने पर अविलम्ब नजदीकी सुविधायुक्त अस्पताल ले जाने के लिए संबंधित क्षेत्र की 108 एम्बुलेंस वाहन को तैनात किया जाए। इतना ही नहीं एम्बुलेंस में आवश्यक उपकरण और दवाइयां उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। जिगित्सा हेल्थकेयर ने भी अपने डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर को इस आशय का सख्ती से पालन करने को कहा है।

टीकाकरण के बाद पेट दर्द की शिकायत
गुरुवार को शाम 4 बजे के करीब रामपुर बघेलान के शासकीय कन्या हाईस्कूल में एमआर टीकाकरण अभियान के करीब एक घंटे बाद 14 वर्षीय दो छात्राओं ने पेट दर्द होने की शिकायत की। बीएमओ डॉ. आरके सतनामी ने इस बात की जानकारी मुख्यालय को दी। जिसके एवज में वहां 108 एम्बुलेंस पहुंचाने को कहा गया। क्षेत्र की एम्बुलेंस उसी समय कोरिगवां में एक मेडिकल केस में अटेण्ड कर रही थी। जिसके बाद जननी एक्सप्रेस को मौके पर भेजा गया। एम्बुलेंस में लिटाकर दोनों छात्राओं को सीएचसी में भर्ती कराया गया जहां डॉ. चरण सिंह ने छात्राओं को भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया। 1 घंटे बाद ही छात्राओं को अच्छा महसूस होने लगा और उन्हें घर रवाना कर दिया गया।

पेटदर्द और चक्कर आना स्वाभाविक
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सतेन्द्र सिंह कहते हैं कि मीजल्स-रूबैला टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है एवं इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। यदि किसी बच्चे को बुखार, आंखों में लालिमा इत्यादि के लक्षण हों तो घबराएं नहीं अपने नजदीकी एएनएम को बताएं। यदि कोई बच्चा ज्यादा कमजोरी महसूस करे तो उसके पैरों को थोड़ा ऊंचा करके लिटाएं या उसके घुटनों के बीच सिर झुकाकर उसे बिठा दें। 

दो दिन में लगे साढ़े 25 हजार टीका
दो दिनों के अंदर जिले भर में 25 हजार 5 सौ 83 बच्चों को मीजल्स-रूबैला का टीका लगाया गया है। फिलहाल यह अभियान स्कूलों में चलाया जा रहा है जबकि आंगनवाड़ी केन्द्रों में 10 फरवरी के बाद चलाए जाने की योजना बनाई गई है। एक बार फिर बता दें कि इस अभियान में 332 एएनएम को लगाया गया है। निगरानी के लिए 111 पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। क्षेत्र में 28 कोल्डचेन फोकल प्वाइंट्स बनाए गए हैं जहां से एएनएम को वैक्सीन मुहैया कराई जा रही है।

Created On :   18 Jan 2019 8:26 AM GMT

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