यूएई : पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दुबई में मुबदाला पेट्रोलियम के सीईओ से की मुलाकात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को दुबई में मुबदाला पेट्रोलियम के डॉ.बखीत अल कैथीरी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से मुलाकात की। मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अमीरात के राज्य मंत्री डॉ. सुल्तान अल जबेर एवं एडीएनओसी ग्रुप के सीईओ के साथ एडीएनओसी कच्चे तेल की 2 मिलियन बैरल की पहली खेप की लोडिंग का अवलोकन भी किया। बता दें कि मुबदाला पेट्रोलियम एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी है जो आठ देशों में फैली हुई है।
मंत्री प्रधान ने सोमवार को ही डॉ. सुल्तान अल जबेर के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। इस दौरान मंत्री प्रधान के साथ राजदूत नवदीप सूरी, वरिष्ठ अधिकारी एवं इंडियान ऑयल, भारत पेट्रोलियम तथा हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के सीईओ भी थे।
A long-term partnership between #India and #Dubai has been signed for the development of a strategic storage facility of oil in Mangalore, says Union Petroleum and Natural Gas Minister #DharmendraPradhan
— ANI Digital (@ani_digital) May 14, 2018
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पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दुबई में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) देशों के साथ भारत के संबंधों की एक नई शुरुआत की है। उन्होंने कहा, "पिछले साल प्रधानमंत्री की यूएई यात्रा, इस महीने के शुरू में उनकी सउदी अरब यात्रा और आबू धाबी के शहजादे और कतर के शहजादे की यात्राओं ने भारत और खाड़ी क्षेत्र के पारंपरिक संबंधों में एक नया अध्याय लिखा है।"
Union Petroleum and Natural Gas Minister #DharmendraPradhan, who is currently in the United Arab Emirates said all #oil producing countries are taking #India very seriously.
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मंत्री प्रधान ने देश में खोजे गए तेल और गैस के छोटे खदानों की दूसरे चरण की बोली प्रक्रिया का सोमवार को निवेशकों के सामने अनावरण भी किया। इसके तहत 26 कांट्रैक्ट एरिया में खोजे गए 60 तेल व गैस कुओं के लिए डिक्कवर्ड स्मॉल फील्ड राउंड-2 (डीएसएफ-2) बोली प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इन तेल व गैस कुओं में करीब 19.5 करोड़ टन तेल और इतना ही गैस का भंडार है। इन 26 कांट्रैक्ट एरिया में 11 उथले समुद्र में हैं, जबकि 15 मैदानी इलाकों में हैं। प्रधान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि पहले चरण की नीलामी की जबर्दस्त सफलता से ही दूसरे चरण की बोली के लिए आत्मविश्वास जगा है। निवेशकों से बातचीत में प्रधान ने कहा कि देश की बढ़ी ईंधन जरूरतों के बड़े हिस्से की भरपाई घरेलू स्तर पर ही होगी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक कच्चे तेल का आयात 10 फीसद घटाने का लक्ष्य रखा है, जिसे हासिल करने के लिए घरेलू उत्पादन बढ़ाना बेहद जरूरी है। हालांकि करीब-करीब स्थिर हो चुकी तेल और गैस खनन प्रक्रिया को गति देने के लिए सरकार खाड़ी देशों के निवेशकों को आकर्षित करना चाहती है।
Created On :   15 May 2018 3:59 AM GMT