नया जूता 3 दिन काटता है, फिर सैटल हो जाता है : GST पर धर्मेंद्र प्रधान

Union Petroleum Minister Dharmendra Pradhan said GST like new shoes
नया जूता 3 दिन काटता है, फिर सैटल हो जाता है : GST पर धर्मेंद्र प्रधान
नया जूता 3 दिन काटता है, फिर सैटल हो जाता है : GST पर धर्मेंद्र प्रधान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में नोटबंदी और जीएसटी के साथ-साथ अन्य फैसलों पर केंद्र सरकार की निंदा करने वालों को केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने शब्दों में जवाब दिया है। प्रधान ने कहा नए जूते को सैटल होने में टाइम लगता है। नया जूता तीन दिन काटता है, फिर चौथे दिन सैटल हो जाता है। ऐसे ही जीएसटी भी कुछ दिनों में बिजनेस फील्ड का हिस्सा बन जाएगा। यह बात इंदौर दौरे पर आए धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को एक प्रोग्राम में कही है।

 

कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जो टैक्स दे सकते हैं, आखिर उनसे टैक्स क्यों ना लिया जाए। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा है कि सरकार के फैसलों की आलोचना करने वालों को सबसे पहले ये जान लेना चाहिए कि नई चीज कुछ दिन तो परेशान करती ही है, बाकी फिर वो अपने आप सैटल हो जाती है और फायदा देने लगती है। उन्होंने कहा कि नया जूता लेते हैं तो शुरुआत में तीन दिन तक वो भी काटता है और चौथे दिन पैर में सेट हो जाता है। इसी तरह से जीएसटी को लेकर भी लोग सहज हो जाएंगे।

 

धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को बताया असभ्य

धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीएसटी लागू करने के लिए गब्बर सिंह कहने पर राहुल गांधी पर भी जमकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राहुल ने पीएम मोदी के लिए असभ्य भाषा का प्रयोग किया है। लोकतंत्र में पद की गरिमा रखते हुए ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। धर्मेंद्र प्रधान ने अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी को असभ्य बताया है।

GST मतलब "गब्बर सिंह टैक्स"

गौरतलब है कि गुजरात के गांधीनगर दौरे पहुंचे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए GST को "गब्बर सिंह टैक्स" बताया। इसी दौरान गुजरात के दिग्गज ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए पार्टी का हाथ थाम लिया है। अल्पेश की प्रशंसा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ऐसे युवा शांत नहीं रह सकते।

 

क्या है जीएसटी और विवाद?

देश में जीएसटी व्यवस्था एक जुलाई से लागू हुई है। इसको लेकर देशभर में एक बड़ा वर्ग विरोध कर रहा है। कई राज्यों में व्यापारी इसको लेकर सड़कों पर हैं। वहीं सरकार इसकी लगातार तारीफें कर रही है और इससे राजस्व को भारी फायदे की बात कह रही है। हाल ही में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया है कि जुलाई और अगस्त के लिये क्रमश: 55.68 लाख और 50 लाख रिटर्न भरे गए, जिससे क्रमश: 95,000 करोड़ रुपये और 92,000 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ है।

Created On :   24 Oct 2017 11:37 AM GMT

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