रिलायंस की ब्लास्टिंग से यूनिवर्सिटी की नव निर्मित बिल्डिंग को पहुंच सकता है नुकसान

Universitys newly constructed building may suffer damage due to Reliance blasting
रिलायंस की ब्लास्टिंग से यूनिवर्सिटी की नव निर्मित बिल्डिंग को पहुंच सकता है नुकसान
रिलायंस की ब्लास्टिंग से यूनिवर्सिटी की नव निर्मित बिल्डिंग को पहुंच सकता है नुकसान

डिजिटल डेस्क शहडोल । पं. एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय के नए भवन को रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट की ओर से की जा रही ब्लास्टिंग से नुकसान हो सकता है। विवि भवन से 25 मीटर की दूरी पर हैवी ब्लास्टिंग की तैयारी की जा रही है। विवि के कुलसचिव ने इस तरह की आशंका जताते हुए मंगलवार को कलेक्टर को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। पत्र में पाइपलाइन डालने के लिए बिल्डिंग के ठीक सामने गड्ढा कर मार्ग अवरुद्ध किए जाने की ओर भी कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया गया है।  
कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग
यूनिवर्सिटी का जिला मुख्यालय से करीब 10 किमी दूर नवलपुर में बना नया भवन मंगलवार को विवि प्रबंधन को हस्तांतरित हो गया। परिसर के ठीक सामने ही पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़क पर गड्ढा कर मार्ग डायवर्ट कर दिया है। इस पर विवि प्रशासन ने गंभीर आपत्ति जताई है। इस संबंध में मंगलवार को ही कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है। पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि विवि भवन से 25 मीटर की दूरी पर रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्टर द्वारा हैवी ब्लास्टिंग की तैयारी है। इससे नव निर्मित बिल्डिंग को नुकसान हो सकता है। कुलसचिव की ओर से कलेक्टर को लिखे गए पत्र में मौके का निरीक्षण करवाकर कार्रवाई करने की मांग की गई है। गौरतलब है कि विवि के नए परिसर में प्रशासनिक समेत पीजी या यूजी की एक फैकल्टी को शिफ्ट किया जाना है। विवि के अधिकारियों का कहना है कि नए परिसर में बेसिक जरूरतों का आंकलन किया जा रहा है, ताकि शिफ्टिंग के बाद किसी तरह की दिक्कत न हो। बताया जाता है कि रिलायंस सीबीएम प्रोजेक्ट की ओर से पाइपलाइन बिछाने के लिए ब्लास्टिंग की जाती है।  
सड़क का काम अटका
विवि के नए परिसर की एक बड़ी समस्या सड़क की है। वर्तमान में धुरवार गांव होते हुए विवि जाने का रास्ता है। यह काफी घूमकर जाता है। विवि के लिए आरटीओ के बगल से करीब तीन किलोमीटर की सीधी रोड है, जिसका निर्माण पिछले एक वर्ष से अटका हुआ है। अभी यह कच्ची सड़क है, जिससे आवागमन में दिक्कत होती है। इस संबंध में विवि प्रबंधन ने प्रदेश की पिछली सरकार और मौजूदा प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेज चुका है। काफी समय से अटका हुआ है। 
44 करोड़ से बना भवन
विवि का नया भवन 44 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। करीब 38 एकड़ में नए परिसर का निर्माण हुआ है। इसमें प्रशासनिक भवन, अकादमिक भवन, हॉस्टल, ऑडिटोरियम और वीसी के बंगले का निर्माण हुआ है। विवि भवन का निर्माण पहले ही पूरा हो गया था। मंगलवार को इसे औपचारिक रूप से विवि के कुलपति प्रो. मुकेश तिवारी एवं पीआईयू के अधिकारियों की मौजूदगी में नया भवन विवि प्रबंधन के हैंडओवर किया गया। 
इनका कहना है
विवि के नए भवन के सामने खोदे गए गड्ढे से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। दूसरी ओर हाईवे से जोडऩे वाले 3 किमी सड़क के लिए शासन को दो बार प्रस्ताव भेजा जा चुका है।  
-प्रो. मुकेश तिवारी, कुलपति 
 

Created On :   16 Oct 2019 8:36 AM GMT

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