जासूस को जहर देने का मामला, रूस के खिलाफ ब्रिटेन के साथ अमेरिका

us came backs with britain against russia in spy poisoning case
जासूस को जहर देने का मामला, रूस के खिलाफ ब्रिटेन के साथ अमेरिका
जासूस को जहर देने का मामला, रूस के खिलाफ ब्रिटेन के साथ अमेरिका

डिजिटल डेस्क, लंदन। रूस के पूर्व जासूस को ब्रिटेन में जहर देने के मामले को लेकर घमासान बढ़ता ही जा रहा है। एक ओर ब्रिटेन और रूस के बीच तनाव बढ़ गया है, तो वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने भी इस घटना के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराते हुए ब्रिटेन का साथ दिया है।

पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया को जहर देने के मामले में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने रूस को जिम्मेदार बताया है। साथ ही बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्रिटेन ने अपने यहां से 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। थेरेसा ने ब्रिटेन और रूस के बीच सभी उच्चस्तरीय संपर्क फिलहाल खत्म करने का ऐलान किया है।

यूनाइटेड नेशंस सिक्युरिटी काउंसिल के इमरजेंसी सेशन में अमेरिका की एंम्बेस्डर निकी हेली ने कहा, “ब्रिटेन में दो लोगों को जहर देकर मारने के पीछे अमेरिका रूस को जिम्मेदार मानता है। अगर ऐसी घटनाएं रोकने के लिए हमनें
मजबूत कदम नहीं उठाए तो सेल्सबरी आखिरी जगह नहीं होगी, जहां रासायनिक हमला किया गया है। न्यूयॉर्क या काउंसिल में बैठे किसी भी देश पर ऐसा हमला हो सकता है।”

फुटबॉल वर्ल्ड कप में दिख सकता है असर
इस मामले का असर जून में होने वाले फुटबॉल वर्ल्ड कप में भी दिख सकता है। रूस, वर्ल्ड कप का मेजबान है और इंग्लैंड इसका बायकॉट भी कर सकता है। गुरुवार को इंग्लैंड के कॉमन फॉरेन अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन टॉम टुजेनधट ने कहा, ‘रूस की पुतिन सरकार अपने विरोधियों को इसी तरह खत्म करती रही है। हमें इसका विरोध करना चाहिए। इंग्लैंड को वर्ल्ड कप का बायकॉट कर रूस पर दबाव बनाना चाहिए।’

इंग्लैंड के मंत्रियों – अधिकारियों में आक्रोश
घटना को लेकर इंग्लैंड के मंत्रियों और सांसदों में भी काफी आक्रोश है। कई मंत्रियों और सांसदों का कहना है कि रूस ने सर्गेई और उनकी बेटी को मारने की कोशिश की है। टॉम टुजेन ने कहा, ‘मैं आमतौर पर खेल और राजनीति
को मिक्स नहीं करता। पर यह सुनियोजित साजिश है। हमें ऐसे देश में वर्ल्ड कप नहीं खेलना चाहिए, जो अपने विरोधियों को मारता हो।’

ऐसा माना जा रहा है कि इंग्लैंड के सांसद जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल के अधिकारियों से मिलकर बायकॉट के पक्ष में समर्थन जुटाएंगे।

जानिए पूरा मामला
दरअसल, रूस के पूर्व जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया 2010 से इंग्लैंड में रह रहे थे। ये दोनों चार मार्च को विल्टशर के सेल्सबरी सिटी सेंटर के बाहर बेहोश मिले थे। दोनों अभी भी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, जासूस और उसकी बेटी को बेहोशी से उठाने गए पुलिसकर्मी डिप्टी सार्जेन्ट निक बेली भी जहर के असर में हैं और गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

आपको बता दें कि पूर्व केजीबी एजेंट अलेक्‍जेंडर लित्‍विनेंको की 2006 में लंदन में हत्‍या के बाद से ब्रिटेन और रूस के बीच तनावपूर्ण संबंध हैं। उन्‍होंने लंदन के मिलेनियम होटल में ‘ग्रीन टी’ पी थी, जिसमें जहरीला पदार्थ पोलोनियम-210 मिला था। इस घटना में आरोप लगाया गया था कि यह हत्या खुद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कहने पर की गई थी। हालांकि रूसी सरकार इससे हमेशा इंकार करती रही है।

Created On :   15 March 2018 10:51 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story