ईरान ने नार्थ कोरिया से बढ़ाई दोस्ती, कहा- भरोसे के लायक नहीं अमेरिका

us cant be trusted says iran president rouhani to north korea foreign minister
ईरान ने नार्थ कोरिया से बढ़ाई दोस्ती, कहा- भरोसे के लायक नहीं अमेरिका
ईरान ने नार्थ कोरिया से बढ़ाई दोस्ती, कहा- भरोसे के लायक नहीं अमेरिका
हाईलाइट
  • अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद ईरान ने अब उत्तर कोरिया के साथ दोस्ती बढ़ाना शुरू कर दिया है।
  • ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने उत्तर कोरिया से कहा कि अमेरिका बिल्कुल भी भरोसे के लायक नहीं है।
  • उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिक री योंग हो फिलहाल तेहरान दौरे पर हैं।

डिजिटल डेस्क, तेहरान। अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के बाद ईरान ने अब उत्तर कोरिया के साथ दोस्ती बढ़ाना शुरू कर दिया है। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिक री योंग हो से कहा है कि अमेरिका बिल्कुल भी भरोसे के लायक नहीं है। 2015 परमाणु संधि से अमेरिका के अलग होने के बाद ईरान पर लगे नए प्रतिबंधों के बाद रूहानी ने यह बयान दिया है। बता दें कि उत्तर कोरिया के वरिष्ठ राजनयिक री योंग हो फिलहाल तेहरान दौरे पर हैं।

जानकारी के अनुसार तेहरान में दोनों नेता रूहानी और री योंग हो के बीच लंबी बातचीत हुई। इस दौरान रूहानी ने री योंग से कहा कि मित्र राष्ट्रों को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग बढ़ाना होगा। क्योंकि हाल के कुछ सालों में देखा गया है कि जो देश अमेरिका की बात नहीं मानते हैं, उन्हें वह संदिग्ध मानने लगता है। बता दें कि अमेरिका शांति वार्ता के लिए उत्तर कोरिया के साथ भी बातचीत में जुटा हुआ है। ताकि उत्तर कोरिया के पास मौजूद परमाणु हथियार को खत्म किया जा सके।

खबर है कि अमेरिका ने प्रतिबंध का पहला चरण लागू करने से पहले ईरान को बातचीत के लिए एक प्रस्ताव दिया था। जिसे ईरान सरकार ने यह कहते हुए ठुकरा दिया था कि ट्रंप प्रशासन के साल 2015 के परमाणु डील से बाहर निकलने के बाद अब वह बातचीत नहीं कर सकता।

ईरान की एक न्यूज एजेंसी के अनुसार रूहानी ने री यांग से कहा कि अमेरिका अब विश्वास के लायक नहीं रहा। रूहानी ने कहा, "हाल के कुछ वर्षों में अमेरिकी प्रशासन ने जो कार्य किए हैं, उससे अमेरिका ने दुनियाभर की नजर में अविश्वसनीय बना दिया है, जो अपने किसी भी दायित्व को पूरा नहीं करता है।" रूहानी ने कहा कि हमें दोनों देशों के बीच रिश्तों को काफी मजबूत बनाना होगा। वैसे भी उत्तर कोरिया और ईरान हमेशा से ही कई मुद्दों पर एक से विचार रखते आए हैं।

बता दें कि री यॉन्ग हो उत्तर कोरिया के टॉप डिप्लोमेट हैं। उन्होंने अमेरिकी द्वारा ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए जाने के बाद तेहरान का दौरा किया है। री सिंगापुर में सिक्यॉरिटी फोरम की बैठक में हिस्सा लेने के बाद तेहरान पहुंचे थे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक री यांग ने भी 2015 के परमाणु संधि से अमेरिका के अलग होने को अंतरराष्ट्रीय नियमों और कानूनों का उल्लंघन बताया है।

Created On :   9 Aug 2018 1:46 PM GMT

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