ट्रंप ने रूस को दिया झटका, INF Treaty से हटने का लिया फैसला
- माइक पोम्पिओ ने इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस ट्रीटी से यूएस के नाम वापस लेने का ऐलान किया।
- इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस ट्रीटी रूस के साथ एक प्रमुख समझौता है।
- यह कोल्ड वॉर के समय से यूरोपीयन सुरक्षा का केंद्रबिंदु रहा है।
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। यूएस स्टेट सेक्रेटरी माइक पॉम्पिओ ने शुक्रवार को इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस Treaty (INF Treaty) से अमेरिका के हटने का ऐलान किया। INF Treaty रूस के साथ एक प्रमुख समझौता है। यह कोल्ड वार के समय से यूरोपीयन सुरक्षा का केंद्रबिंदु रहा है। INF Treaty सतह से सतह तक मार करने वाली मिसाइलों को लेकर है।
AFP news agency: US Secretary of State Mike Pompeo says US to withdraw from INF (Intermediate-Range Nuclear Forces) missile treaty with Russia. Washington still willing to engage Moscow on arms control, he added. pic.twitter.com/miac74L6gs
— ANI (@ANI) February 1, 2019
पॉम्पिओ ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि नियमों के अनुसार यूएस छह महीने के अंदर INF Treaty से हट जाएगा। पॉम्पिओ ने कहा, "यूएस जल्द ही रूस को इस बारे में नोटिस भी भेजेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ऐसा समझौता चाहते थे जो कि सत्य पर आधारित हो। हालांकि रूस ने कई मामलों में नियमों का उल्लंघन किया, जिससे कि लाखों यूरोपीय और अमेरिकी लोगों को काफी जोखिम उठाना पड़ा है, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें उचित तरीके से जवाब दें।
पॉम्पिओ ने स्टेट डिपार्टमेंट ब्रीफिंग रूम, नाटो से लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका ने रूस को काफी समय दिया था। पॉम्पिओ ने कहा, "रूस ने काफी सालों तक INF Treaty की शर्तों का उल्लंघन किया है। इसका उन्हें पछतावा भी नहीं है।" पॉम्पिओ की इस घोषणा के बाद, नाटो ने भी एक बयान जारी किया। इसमें उन्होंने कहा कि वह ट्रीटी से वापस लेने के अमेरिकी फैसले का पूरी तरह समर्थन करते हैं।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह INF Treaty से अपने देश का नाम वापस लेने के लिए तैयार हैं। अमेरिका और यूरोप 2014 से मास्को पर इस ट्रीटी का उल्लंघन करने का आरोप लगाते आए हैं। इसको लेकर ट्रंप ने एक बयान में कहा था कि अमेरिका ने 30 सालों से अधिक समय तक इस ट्रीटी का पालन किया है, लेकिन हम इसकी शर्तों को लेकर विवश नहीं हैं। वह भी ऐसे समय में जब रूस लगातार इस ट्रीटा उल्लंघन कर रहा है, हम इस तरह की ट्रीटी में नहीं रह सकते।
वॉशिंगटन और नाटो ने रूस पर 9M729 क्रूज मिसाइल विकसित करने का आरोप लगाया था, जोकि इस ट्रीटी का उल्लंघन है। 9M729 क्रूज मिसाइल को SSC-8 भी कहा जाता है। हालांकि मास्को ने इस बात से इनकार किया था कि 9M729 क्रूज मिसाइल ट्रीटी का उल्लंघन कर रही है। रूस ने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका इंटरमीडिएट मिसाइलों को यूरोप में तैनात करता है तो वह इसपर कार्रवाई करेगा।
क्या है INF ट्रीटी
INF ट्रीटी अमेरिका और रूस को किसी भी जमीन से जमीन मार करने वाली क्रूज मिसाइलों (इंटरमीडिएट मिसाइलों) को रखने से रोकती है। इन मिसाइलों की रेंज 500 से 5,500 किलोमीटर यानि 310 से 3,410 मील की है। इस ट्रीटी को 1987 में अमेरिकी राष्ट्रपति रीगन और सोवियत नेता गोर्बाचेव ने साइन किया था। इस ट्रीटी को मुख्य रूप से ग्राउंड बेस्ड न्युक्लियर हथियार यूरोप से बाहर रखने के लिए बनाया गया था।
Created On :   1 Feb 2019 3:45 PM GMT