पुणे मनपा की नई इमारत का उद्घाटन : तारीफ ही कर रहे थे उपराष्ट्रपति कि टपकने लगा बारिश का पानी

Vice President inaugurated new building of Pune Municipal Corporation
पुणे मनपा की नई इमारत का उद्घाटन : तारीफ ही कर रहे थे उपराष्ट्रपति कि टपकने लगा बारिश का पानी
पुणे मनपा की नई इमारत का उद्घाटन : तारीफ ही कर रहे थे उपराष्ट्रपति कि टपकने लगा बारिश का पानी

डिजिटल डेस्क, पुणे। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गुरूवार को महानगरपालिका की नई इमारत का उद्घाटन किया। जहां उन्होंने इमारत और उसमें निर्माण किए गए अत्याधुनिक सभागृह की काफी तारीफ की। लेकिन समारोह में ही इमारत की छत से पानी का रिसाव शुरू हो गया और सभी नजारा देखते रह गए। मनपा द्वारा 48. 75 करोड़ रूपए खर्च कर नई विस्तारित इमारत का निर्माण किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, अभिभावक मंत्री और अन्न आपूर्ति मंत्री गिरीश बापट, सामाजिक न्याीय राज्येमंत्री दिलीप कांबले, जलसंपदा एवं जलसंधारण राज्यरमंत्री विजय शिवतारे, सांसद अनिल शिरोले, महापौर मुक्ता तिलक उपस्थित थे। समारोह के समय भारी बारिश हो रही थी। मुख्यमंत्री का भाषण जब शुरू था, तब अचानक इमारत की छत से बारिश का पानी टपकने लगा। जिससे सभागृह में रखे टेबल गिले हो गए।

वेंकैया नायडू ने कहा कि किसानों को दी जानेवाली कर्ज माफी महज अस्थायी राहत देनेवाली है। जय शाश्वत नहीं है। वैकुंठ मेहता सहकार व्यवस्थापन राष्ट्रीय संस्था द्वारा आयोजित चर्चासत्र के उद्घटन कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा। इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, वरिष्ठ वैज्ञनिक और कृषि विशेषज्ञ डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन मौजूद थे। उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के लिए सिंचाई, बुनियादी सुविधाएं, निवेश और बिमा क्षेत्रों को मजबूत बनाकर तकनीक खेतों तक पहंुचाने की जरूरत है। कृषि को शाश्वत बनाने के लिए बहुस्तरीय नीति विकसित करने की जरूरत है। वर्तमान में सूखा, बाजार भाव की गारंटी न होना, खेती में खर्च और उसकी तुलना में मुनाफे की बात करें तो राज्य को नीति तैयार करने की जरूरत है।  

काम अधूरा होने के बावदूज जल्दबाजी

इस उद्घाटन समारोह से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इमारत का बारिकी से निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि भले ही इमारत का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इसके बावजूद भाजपा ने उद्घाटन करने की जल्दबाजी की। इसपर उन्होंने अपनी नाराजगी जताई। वहीं दूसरी ओर राकांपा के पार्षदों को उपराष्ट्रपति का स्वागत करना था। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। जिसके बाद पार्षदों ने समारोह का बहिष्कार करते हुए भाजपा के विराेध में नारेबाजी की।

Created On :   21 Jun 2018 4:12 PM GMT

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