विवादों में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन, 600 के टिकट ब्लैक में 3000 के बिके

Vidarbha Cricket Association in controversy, Rs 600 of ticket sold in 3000
विवादों में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन, 600 के टिकट ब्लैक में 3000 के बिके
विवादों में विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन, 600 के टिकट ब्लैक में 3000 के बिके

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के जामठा स्थित मैदान पर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मंगलवार दोपहर मैच शुरु हुआ।  जिसे लेकर नागपुर के क्रिकेट प्रेमियों में भारी उत्साह दिखा, लेकिन टिकट नहीं मिल पाने से रोष भी खुलकर सामने आया।। दरअसल, विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ने इस मैच के टिकट बिक्री को लेकर किसी प्रकार की आधिकारिक सूचना नहीं दी थी, जिसके कारण नागपुर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। टिकटों की कालाबाजारी रोकने के लिए इसे ऑनलाइन बेचे जाने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन जमकर कालाबाजारी हो रही है। सूत्रों के अनुसार 600 रुपए के टिकट 3000 रुपए में मिल रहे हैं। इस मामले में पुलिस विभाग का कहना है कि कोई भी मामला सामने आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब तक न ही कोई मामला सामना आया और न कार्रवाई हुई। 

टिकट को लेकर मचा रहा घमासान  

क्रिकेट प्रेमियों को टिकट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से लेकर वास्तविक टिकट हासिल करने तक काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की भूमिका को पूरी तरह जिम्मेदार मान रहे हैं। हमेशा अखबार में प्रकाशित खबर के माध्यम से टिकट बिक्री की जानकारी प्राप्त करने वालों को इस बार निराशा हाथ लगी। वीसीए प्रबंधन ने प्रेस को टिकट बिक्री को कोई सूचना नहीं दी, बजाय इसके उसने एकाध अखबारों में विज्ञापन छाप दिया। विज्ञापन कब प्रकाशित हुआ, इसकी सूचना आम क्रिकेट प्रेमियों को नहीं मिल पाई। क्रिकेट प्रेमियों का मानना यह है कि लोढ़ा समिति की मार से बचने और अपने लोगों को आसानी से टिकट मुहैया करवाने के उद्देश्य से ही प्रेस में टिकट बिक्री की तारीखों की घोषणा नहीं की गई। हालांकि वीसीए प्रबंधन विज्ञापन प्रकाशित करने को लेकर अपनी पीठ थपथपाने से नहीं चूक रहे हैं।  "बुकमाय शो" के बजाए "पेटीएम" से टिकट बिक्री को लेकर शुरू से ही भ्रम पैदा हो गया, जो वास्तविक टिकट हासिल करने तक कायम रहा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद भी क्रिकेट प्रेमियों को वास्तविक टिकट हासिल करने के लिए जोरदार मशक्कत करनी पड़ी। वीसीए सिविल लाइन्स स्टेडियम में लंबी कतारों में खड़े रहकर युवाओं को घंटों इंतजार करना पड़ा।

आजीवन सदस्यों को पांच टिकट, यह कैसी व्यवस्था

विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन में लगभग 1200 आजीवन सदस्य हैं और नियमानुसार मैच के दौरान सभी सदस्यों को एक कॉम्प्लिमेंट्री टिकट और चार बिक्री टिकट दिए जाने के बाद स्टेडियम की क्षमतानुसार शेष बचे टिकटों को ऑनलाइन किया जाता है। यह कहां का न्याय है और कैसी व्यवस्था है। लोढ़ा समिति की सिफारिश के अनुसार स्टेडियम की क्षमता का 10 फीसदी टिकट को ही कॉम्प्लिमेंट्री टिकट के रूप में दिया जा सकेगा। यह सही है कि वीसीए अपने सदस्यों को चार-चार टिकट बेच रही है, लेकिन वीसीए के सदस्य आम जनता कैसे हुए? 

युवाओं पर चढ़ा रहा मैच का फीवर

भारत-आस्ट्रेलिया के बीच वनडे मैच होनेवाला के पहले कोई धोनी तो कोई कोहली के नाम की टी-शर्ट खरीदा रहा था। कोई भारत का झंडा लेकर जश्न मनाने की तैयारी में जुटा। किसी ने अपने हाथ में तो किसी ने अपने चेहरे पर भारत का झंडा बनवाया। शहर में मैच के एक दिन पूर्व पूरे दिन भारत-आस्ट्रेलिया मैच को लेकर चर्चा रही। यह इस सीरीज का दूसरा वनडे मैच है, जो नागपुर  में खेला जा रहा है। शहर में क्रिकेट अपने फेवरेट खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए हर क्रिकेट प्रेमी आतुर रहे।

पसंदीदा खिलाड़ी की फोटो प्रिंट कराई

क्रिकेट प्रेमियों में कुछ लोग ऐसे भी थे, जिन्होने प्लेन टी-शर्ट में अपने फेवरेट क्रिकेटर के फोटो प्रिंट कराई थी। क्रिकेटर्स का उत्साह बढ़ाने के लिए युवाओं ने कागज की तुतारी भी खरीदी थी। हर  किसी ने मैच देखने के लिए अलग-अलग प्लानिंग की गई थी। स्कूल विद्यार्थियो, कॉलेज गोइंग गर्ल्स, हाउस वाइफ्स से लेकर बुजुर्गों में भी मैच को लेकर उत्साह नजर आया। कुछ लोगों ने मैच के दौरान पहनने के लिए टोपी, कलाई में पहनने वाला बैंड, बैज आदि की खरीदारी की। कुल मिलाकर यह मैच शहरवासियों के लिए उत्साह भरा रहा, क्योंकि भारत पहला मैच पहले ही जीत चुका है।

 

Created On :   5 March 2019 11:46 AM GMT

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