जिम्मेदारों की अनदेखी से तंग आकर चंदा जुटाकर सड़क बना रहे ग्रामीण

Villagers are building roads after the negligence of responsibles
जिम्मेदारों की अनदेखी से तंग आकर चंदा जुटाकर सड़क बना रहे ग्रामीण
जिम्मेदारों की अनदेखी से तंग आकर चंदा जुटाकर सड़क बना रहे ग्रामीण

डिजिटल डेस्क, उमरिया। जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते स्थानीय लोगों ने सड़क के निर्माण का बीड़ा खुद उठाया है। स्थानीय देवरा ग्राम पंचायत के अंतर्गत जन सहयोग से मिट्टी भर कर सड़क निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण ने बताया कि कई बार प्रशासन एवं नेताओं सहित अन्य अधिकारियों को आवेदन देने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं किया गया, जिसके कारण सभी ग्रामीण चंदा कर सड़क का निर्माण करा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब देश पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीद के गांव की यह हालत हैं, तो अन्य गांवों की स्थिति क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

देश की सेवा करते हुए शहीद हो चुका है गांव का लाल
तहसील मुख्यालय चंदिया एनएच 43 के किनारे बसे देवरा गांव में आजादी के छ: दशक बाद भी विकास नहीं पहुंच पाया है। गांव में तकरीबन 1200 की आबादी निवासरत है। ज्यादातर लोग खेती किसानी कर जीविकोपार्जन करते हैं। यही नहीं इसी गांव का बेटा भूप सिंह रघुवंशी देश की सेना में सेवा देते हुए शहीद हो चुके हैं। पंचायत से लेकर शासन और प्रशासन ने इस गांव की इस हद तक उपेक्षा की, कि लोगों को सड़क निर्माण के लिए खुद से चंदा करना पड़ रहा है।

लोगों ने खुद हाथों में थामा फावड़ा
गांव के अनिल सिंह रघुवंशी का कहना है वर्तमान में गांव का मुख्य मार्ग सभी लोगों की प्रमुख समस्या बनी हुई है। दरअसल सड़क में हर साल कीचड़ के चलते बड़े-बडे़ गड्ढे हो जाते हैं। वर्तमान में इसके चलते जहां रात में कई बार दोपहिया से लेकर आटो व अन्य चारपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। गांव में महिलाओं को प्रसव पीड़ा होने पर यहां रास्ते में हिचकोले खाने से बचाने के लिए गोद में उठाकर ले जाना पड़ता है।

पहले मुरमीकरण फिर होगा सीसीकरण
ग्रामीणों का कहना है उन्होंने पंचायत से लेकर जनपद अध्यक्ष व विधायक को कई बार अपनी समस्या बताई थी। कहीं से कोई पहल न होने पर चंदा इकट्ठा कर 15-20 हजार खर्च किया जा रहा है। सड़क में मुरम डलवाया गया। इसके पूर्व बुधवार को सुबह पहले जेसीबी लगाकर गड्ढों को भरा गया। अब मुरम बिछाकर रोलर से बराबर करवाया जाएगा। अगले चरण में सीमेंटीकरण व डामरीकृत के लिए फिर आपस में चंदा कर सड़क निर्माण का काम करेंगे।

कहीं नहीं हुई सुनवाई
गांव से एनएच तक पहुंचने का यह मुख्य मार्ग है। 15-20 साल पहले हमने पंचायत व विधायक निधि से राशि लेकर उस समय सड़क बनवाई थी। तब से लेकर न पंचायत न विधायक किसी ने सड़क निर्माण की ओर ध्यान दिया। इसलिए चंदा जोड़कर मुरुम डलवा रहे हैं।
शुभकरण सिंह, स्थानीय ग्रामीण

स्कूली वाहन पलट गया

मेन रोड होने के कारण ही सबसे ज्यादा दिक्कत है। बारिश के दौरान हुए गड्ढे इतने बड़े और गहरे हैं कि स्कूली बच्चों का आटो पलट गया था। जरा सी बारिश होने के बाद लोग सायकल व अपने बच्चों को कांधे में रखकर सड़क पार करवाते हैं।
अनिल सिंह रघुवंशी, ग्रामीण

हर जगह फरियाद लगाई,
हम लोग एक अदद सड़क के लिए दो दशक से परेशान हैं। गांव की ग्राम पंचायत हो या फिर बड़े अधिकारी, विधायकों का दौरा हर किसी को यहां की समस्या बताई लेकिन सभी ने अभी तक एक कान से सुनकर दूसरे से निकालने का काम किया है।
संपत यादव, स्थानीय ग्रामीण

साइड देने जगह नहीं रह जाती

कम से कम से 16-17 साल हो चुके हैं। सड़क में एक मुरम का दाना तक नहीं बिछाया गया। खासकर बारिश में तो एक आटो जैसा वाहन आने पर साइड के लिए कीचड़ के चलते जगह नहीं बचती। हम क्या करें, कहां जाएं समझ में नहीं आता। इसलिए अपने से काम कर रहे हैं।
राम लाल चौधरी, ग्रामीण

इनका कहना है

देवरा में ग्रामीणों की समस्या मुझे मालूम नहीं है। यदि इस तरह की समस्या है तो विधायक और सांसद से बात करके कुछ निराकरण की पहल करेंगे।
 श्रीमती कुसुम सिंह, अध्यक्ष जनपद पंचायत करकेली

इनका कहना है -
  देवरा पंचायत में हमने पूर्व में कई कार्यों का भूमि पूजन किया था। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए अधिकारियों को बात कर सड़क बनवाई जाएगी।
शिवनारायण सिंह, विधायक बांधवगढ़ उमरिया

Created On :   6 Feb 2019 3:54 PM GMT

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