उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकोप, मौसम में बदलाव का पड़ रहा विपरीत असर  

Vomiting diarrhea patient increase,weather change opposite effect
उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकोप, मौसम में बदलाव का पड़ रहा विपरीत असर  
उल्टी-दस्त का बढ़ा प्रकोप, मौसम में बदलाव का पड़ रहा विपरीत असर  

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मौसम के लगातार हो रहे बदलाव के असर और खानपान में मामूली सी लापरवाही से लोग उल्टी-दस्त की चपेट में आ रहे है। जिला अस्पताल में डायरिया पीड़ित मरीजों की संख्या देखी जाए तो रोजाना दो दर्जन लोग इलाज कराने पहुंच रहे है। डायरिया के बढ़ते मरीजों की वजह से इन दिनों वार्ड हाउसफुल चल रहा है। 27 मरीजों की क्षमता वाले डीवीडी वार्ड में लगभग 80 से अधिक मरीज भर्ती है। मरीजों की संख्या बढ़ने से अधिकांश मरीजों को फर्श पर लेटकर इलाज कराना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर ओपीडी में रोजाना डायरिया पीड़ित सौ से अधिक मरीजों को इलाज दिया जा रहा है।वायरल फीवर और संक्रमण के बुखार से पीड़ित मरीज भी इस मौसम में बढ़ रहे है। शरीर पर मौसम में बदलाव का विपरीत असर तेजी से होता है।

निर्जलीकरण होने पर हालत गंभीर

जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. एमपी यादव ने बताया कि उल्टी-दस्त की वजह से निर्जलीकरण की समस्या होती है। शरीर में पानी की कमी से गंभीर मरीजों को इलाज के लिए वार्डों में भर्ती किया जा रहा है। अधिकांश मरीजों में दस्त की वजह से बीपी लो होने की समस्या आती है। ऐसी स्थिति में मरीजों को इलाज न मिले तो जान जाने का खतरा बना रहता है। 

तेज बुखार के भी बढ़ रहे मरीज

ऐसे लोग जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उनके शरीर पर मौसम में बदलाव का विपरीत असर तेजी से होता है। इन दिनों मौसमी बुखार से पीडि़त मरीजों का इजाफा हुआ है। डीवीडी वार्ड में ही डायरिया और मौसमी बीमारियों से पीडि़त लोगों को भर्ती किया जा रहा है। इसके अलावा वायरल फीवर और संक्रमण के मरीज भी इस मौसम में बढ़ रहे है। 

यह रखें सावधानी

- बाजार की खुली खाद्य सामग्री का सेवन न करें।
- ताजा भोजन का सेवन करें।
- हमेशा पानी उबालकर ही पिएं।
- महिलाएं खाना बनाते वक्त हाथ धोएं।
- नाखूनों को हमेशा छोटा रखें। 

Created On :   29 Jun 2019 7:52 AM GMT

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