हाथीतारा रैयत में सैकड़ों वल्चर पक्षियों का डेरा

Vulture birds camp in mandla MP
हाथीतारा रैयत में सैकड़ों वल्चर पक्षियों का डेरा
हाथीतारा रैयत में सैकड़ों वल्चर पक्षियों का डेरा

दैनिक भास्कर न्यूज डेस्क, मंडला. विलुप्तप्राय मुर्दाखोर शिकारी पक्षी गिद्ध इन दिनों मंडला जिले की निवास तहसील के हाथीतारा रैयत में डेरा जमाए हुए हैं ं. यहां पिछले तीन दिन से गिद्धों के एक पूरे कुनबे के जमघट की खबर हैं . बता दें कि यहां गिद्धों का आवास पहले से था, लेकिन इतनी तादाद में इससे पहले ये कभी नहीं दिखे थे. यहां गिद्धों की मौजूदगी से पक्षी प्रेमी काफी उत्साहित हैं और इनके संरक्षण की भी मांग हो रही है.

जानकारी के मुताबिक प्रदेश में गिद्ध विलुप्त होते जा रहे हैं. अब गिद्ध संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं . इसके लिए गिद्ध आवास का सर्वे भी वनविभाग ने कराया है. वर्ष 2016 के जनवरी और मई में प्रदेश के 30 जिलों में गिद्ध आवास खोजे गए हैं, जिससे गिद्धों के संरक्षण के लिए प्रभावी योजना बनाई जा सके. गिद्धों के आवास चिन्हित कर लिए गए हैं .

पश्चिम वन मंडल के निवास हाथीतारा रैयत में गिद्धों का आवास हैं . यहां पहले भी कई बार गिद्ध देखे जा चुके हैं . पिछले तीन दिन से बड़ी तादात में गिद्ध नजर आ रहे हैं. यहां मवेशी की मौत के बाद गिद्ध पिछले तीन दिन से ढेरा जमा हुए हैं . यहां गिद्धों को देखकर पक्षी प्रेमी और ग्रामीण उत्साहित हैं . गिद्धों के इस आवास को   बेहतर तरीके से संरक्षित करने की मांग की जा रही है, जिससे यहां गिद्धों का कुनबा लगातार बढ़ता रहे.

इसलिए हो रहे विलुप्त 

1990 के दशक में इस जाति का वर्ष 97 से 99 के बीच पतन हो गया हैं . इसका मूलत कारण पशु दवाई डाइक्लोफिनॅक है . पशुओं के जोड़ों के दर्द को मिटाने में मदद करती है. दवाई खाया हुआ पशु मर जाने के बाद उसे गिद्ध ने खाया, जिसके कारण भारतीय गिद्ध के गुर्दे बंद हो गए और उसकी मौत हो गई. यहां मवेशियों को दर्दनाशक दवा देने के कारण गिद्ध विलुप्त हो गए हैं . 

कान्हा में चार गुना हुए गिद्ध

कान्हा नेशनल पार्क में चार गुने गिद्ध हुए हैं. यहां जनवरी 2016 में गणना के दौरान आधा सैकड़ा गिद्ध थे. मई में हुई दोबारा गणना में 200 से ऊपर पहुंच गई. कान्हा पार्क में मुर्दाखोरों के लिए पर्याप्त भोजन का इंतजाम होने के कारण संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. कान्हा नेशनल पार्क में गिद्धों के लिए नुकसान की भी कम संभावना रहती हैं .

मंडला में कहां कितने गिद्ध

वर्ष 2016 में वन विभाग ने दो बार गिद्धों की गणना कराई हैं . जनवरी माह में गणना के दौरान पश्चिम वन मंडल में चार आवास स्थल में 38 गिद्ध मिले थे. मई माह में आठ आवास स्थल में 36 गिद्ध सामने आए. पूर्व सामान्य वन मंडल में जनवरी माह में दो आवास में 6 गिद्ध मिले. मई माह में 1 आवास में 2 गिद्ध मिले. कान्हा नेशनल पार्क में जनवरी माह में पांच आवास में 53 गिद्ध देखे गए. मई माह में 11 आवास में 210 गिद्ध मिले हैं .

इनका कहना है

पर्यटन वाईल्ड लाईफ भोपाल के ईको पर्यटन प्रबंधक ज्ञानप्रकाश शुक्ला ने कहा हैं कि गिद्ध के संरक्षण के लिए गणना वर्ष 2016 में दो बार कराई गई हैं, इससे गिद्ध के आवास को चिन्हित किया जा सके, मंडला में तीन अलग-अलग डिवीजनों में सर्वे किया गया हैं .

 

Created On :   20 Jun 2017 3:07 PM GMT

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