मुख्यमंत्री नल जल योजना के टेंडर नहीं होने से लोग पानी को तरसे

Water shortage due to non-tendering of CM gramin nal jal scheme
मुख्यमंत्री नल जल योजना के टेंडर नहीं होने से लोग पानी को तरसे
मुख्यमंत्री नल जल योजना के टेंडर नहीं होने से लोग पानी को तरसे

डिजिटल डेस्क, शहडोल । मुख्यमंत्री ग्रामीण नल-जल योजना के तहत जिले में 17 नई योजनाएं शुरू होनी हैं। करीब साढ़े 17 करोड़ की लागत से तैयार होने वाली इन योजनाओं को फरवरी माह में ही स्वीकृति मिल चुकी थी, लेकिन अभी तक इसके टेंडर नहीं हो पाए हैं। एक प्रोजेक्ट के लिए टेंडर हुआ था, उसे भी निरस्त कर दिया गया है। जिले के कई हिस्सों में इस समय पानी की भीषण समस्या है। योजना को स्वीकृति मिलने के बाद लोगों में उम्मीद जागी थी कि मई तक नल-जल योजनाओं के बोर हो जाएंगे और उन्हें जल्द से जल्द पानी मिल सकेगा। पीएचई की लेटलतीफी का नतीजा यह है कि मई माह आधे से ज्यादा बीत जाने के बाद भी इसके टेंडर तक नहीं हुए हैं। अगर काम की यही रफ्तार रही तो ग्रामीणों को योजना का लाभ अगले साल तक ही मिल पाएगा। अधिकारियों का कहना है कि टेंडर के विज्ञापन निकाल दिए गए हैं।

50 हजार लोगों को फायदा
जिन 17 ग्राम पंचायतों में नल जल योजना स्वीकार की गई है, उनकी कुल आबादी 50 हजार के आसपास है। अगर समय से योजना शुरू हो जाती तो 50 हजार लोगों को इसका लाभ मिलता। इसमें जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र जैतपुर, ब्यौहारी और जयसिंहनगर शामिल हैं। गांव की जनसंख्या के हिसाब से योजना की लागत भी अलग-अलग है। सबसे ज्यादा ब्यौहारी के जमोड़ी में 132 लाख की लागत से नल-जल योजना शुरू होनी है। वहीं ब्यौहारी के ठेंगरहा का टेंडर हो चुका था, लेकिन एग्रीमेंट नहीं हो पाया अब उसका भी नए सिरे से टेंडर हो रहा है।

कहां शुरू होनी है योजना
सोहागपुर : बोड़री, सिरौंजा, सरईकापा, मिठौरी
जयसिंहनगर : कुदरी, ठेंकरहा, रिमार और मोहनी
गोहपारू : रतहर, अंकुरी और लोढ़ी
बुढ़ार : गलहथा, अंतरिया
ब्यौहारी : चरखरी, खरपा, जमोड़ी, बोचरो

इनका कहना है
सभी योजनाओं के लिए टेंडर कॉल किए गए हैं। सभी टेंडर इसी माह में खुलने हैं। एक का टेंडर तो हो चुका था, लेकिन एग्रीमेंट नहीं होने के कारण नए सिरे से टेंडर कॉल किया गया है।
राजेश जोशी, E.E.(P.H.E)

 

Created On :   18 May 2018 8:28 AM GMT

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