प्राइवेट बोर से होगी पानी की आपूर्ति, कन्हरगांव डेम का गिरा जलस्तर

Water will be supplied from private sources in Chhindwara city
प्राइवेट बोर से होगी पानी की आपूर्ति, कन्हरगांव डेम का गिरा जलस्तर
प्राइवेट बोर से होगी पानी की आपूर्ति, कन्हरगांव डेम का गिरा जलस्तर

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। कम बारिश होने के कारण कन्हरगांव डेम के गिरते जल-स्तर को देखते हुए अब नगर निगम सरकारी और प्राइवेट नलकूपों के जरिए पानी की सप्लाई करेगा। इसके लिए नगर निगम ने सर्वे शुरू कर दिया है और ऐसे नलकूप, हैंडपंप और कुओं को चिन्हित किया जा रहा है जिनका जल-स्तर अच्छा है।

जल प्रदाय विभाग के अनुसार ऐेसे नलकूपों का चयन करने के बाद इसके जरिए संबंधित क्षेत्र में पानी की सप्लाई होगी। ऐसे नलकूप जहां पाइप-लाइन का विस्तार नहीं होगा उन जगहों स टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई होगी। वहीं कुछ स्थानों में पाइप-लाइन विस्तार करने की तैयारी है जहां नलों के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा। 15 सार्वजनिक कुएं ऐसे है जिनका पानी सप्लाई करने की स्थिति में है। नगर निगम के पास कुल 175 बोर है जिनसे फिलहाल पानी की सप्लाई हो रही है। पुराने शहर के 45 बोर ऐसे है जिनसे स्पॉट से सप्लाई नहीं होगी। यहां पर पानी का परिवहन करना होगा। इनमें से 5 नलकूप बंद है। यदि वॉटर लेवल कम होता है तो इनसे पानी मिलना भी मुश्किल है। जलप्रदाय सभापति संतोष राय का कहना है कि जलस्तर बहुत कम हो गया है अब हम निजी जल-स्त्रोत को चिन्हित कर रहे है जिनके जरिए पानी की व्यवस्था बनाई जाएगी। कार्ययोजना में काम चल रहा है।

कम हुआ कन्हरगांव डेम का जलस्तर
तापमान बढ़ने के कारण डेम का जल-स्तर फिर गिर गया है। जलप्रदाय उपयंत्री आरके सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि डेम में दो सेंटीमीटर पानी कम हो गया है। लगातार डेम का पानी कम हो रहा है। ऐसे में निगम के निर्णय अनुसार एक दिन के अंतराल में भी पानी की सप्लाई की जाती है तो सिर्फ ढाई से तीन माह का पानी शेष रह गया है। डेम में इतना पानी भी नहीं बचा है कि जून 2018 तक शहरवासियों को नियमित पानी मिल सके। अगस्त माह के अंतिम तीन दिनों तक हुई बारिश के बाद कुछ राहत हुई थी। इस बारिश के बाद कन्हरगांव डेम में 77 सेमी पानी आ गया था। शहर में नियमित पेयजल आपूर्ति के आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन तीन सेमी पानी शहर में लगता है। जिसके अनुसार तकरीबन एक माह का पानी आ गया था, लेकिन इसके बाद फिर वही स्थिति बन गई है।बगैर टोटी के नल से बह रहे पानी को लेकर नगर निगम ने अब तक एक भी कार्रवाई नहीं की है। जबकि इसके लिए जलप्रदाय के अलावा राजस्व, लोक निर्माण सहित अन्य फील्ड के कर्मचारियों को अलग से आदेश जारी कर इसे रोकने के लिए आदेश जारी हुए है।

निगम ने क्या कदम उठाए ?
सभी वार्डों के लिए कार्ययोजना। 
पेयजल आपूर्ति को नियमित करने के उपाय।
सार्वजनिक बहते नलों को तुरंत काटने और इनमें टोटी लगाने के निर्देश।
शहर के सभी जल स्त्रोत जैसे तालाब, कुएं, निजी नलकूप आदि का सर्वे। 
निगम के स्वास्थ्य विभाग, पेयजल आपूर्ति विभाग, राजस्व विभाग के कर्मचारियों को सर्वे करने आदेश। 
 

Created On :   4 Sep 2017 7:14 AM GMT

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