- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- WCL को 1078 करोड़ का नुकसान, सबसे...
WCL को 1078 करोड़ का नुकसान, सबसे अधिक घाटा उठान पड़ा महाजेनको से
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वेकोलि को वर्ष 2016-2017 और 2017-2018 में 3 हजार 904 करोड़ का घाटा हुआ है। इसमें सबसे अधिक घाटा महाजेनको से कोयले का ग्रेड कम बताकर 1078 करोड़ रुपए कम भुगतान किए जाने से होने की जानकारी कोयला श्रमिक सभा (एचएमएस) वेकोलि नागपुर के अध्यक्ष शिवकुमार यादव ने दी। उन्होंने बताया कि वेकोलि ने महाजेनको को ग्रेड जी-9 का काेयला अापूर्ति किया था। महाजेनको ने इसे ग्रेड जी-12 बताकर भुगतान किया। जी-9 और जी-12 ग्रेड के काेयले के दाम में प्रति क्विंटल एक हजार रुपए का अंतर है, जिसके चलते वेकोलि का भारी नुकसान हुआ है।
इसलिए हो रहा नुकसान
वेकोलि को कुल काेयला उत्पादन के 80 प्रतिशत कोयला महाजेनको को आपूर्ति करना अनिवार्य है। शेष 20 प्रतिशत कोयला अन्य उद्योगों को बेचा जा सकता है। वेकोलि को आपूर्ति किया जाना वाला कोयला 1200 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाता है, वहीं उसी खदान से समान गुणवत्ता कोयला ऑक्शन में अन्य उद्योगों को प्रति क्विंटल 3700 से 3800 रुपए प्रति क्विंटल बेचा जाता है। वेकोलि द्वारा जी-9 ग्रेड के आपूर्ति किए गए कोयले की महाजेनको पुन: टेस्टिंग की गई। जी-9 ग्रेड के कोयले को जी-12 दिखाकर कम दाम दिया गया। इसमें वर्ष 2016-17 में 408 करोड़ और वर्ष 2017-2018 में 670 करोड़ रुपए महाजेनको से वेकोलि को कम भुगतान किया गया है। महाजेनको द्वारा दो वर्ष में 1078 करोड़ का ग्रेट घटाकर नुकसान किए जाने का यादव ने आरोप लगाया।
सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
महाजेनको ने जी-9 ग्रेड के काेयले को जी-12 ग्रेड देकर कम दाम भुगतान करने से वेकोलि का दो साल में 1078 करोड़ का नुकसान किया है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इसमें दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
(शिवकुमार यादव, अध्यक्ष, कोयला श्रमिक सभा (एचएमएस), वेकोलि नागपुर)
घाटा बढ़ता गया
वर्ष 2014-2015 544 करोड़ मुनाफा
वर्ष 2015-2016 344 करोड़ मुनाफा
वर्ष 2016-2017 1075 करोड़ घाटा
वर्ष 2017-2018 2829 करोड़ घाटा
Created On :   8 Aug 2018 9:22 AM GMT