किसानों के उग्र प्रदर्शन और हिंसा में हमारी कोई भूमिका नहीं : भारतीय किसान संघ

We have no role in fierce demonstration and violence: Indian Farmers Union
किसानों के उग्र प्रदर्शन और हिंसा में हमारी कोई भूमिका नहीं : भारतीय किसान संघ
किसानों के उग्र प्रदर्शन और हिंसा में हमारी कोई भूमिका नहीं : भारतीय किसान संघ

एजेंसी, भोपाल. एमपी में पिछले कई दिन से लगातार जारी किसानों के आंदोलन के उग्र होने के बीच भारतीय किसान संघ ने आज साफ कर दिया कि संगठन किसी प्रकार की हिंसात्मक गतिविधि में शामिल नहीं है। भारतीय किसान संघ के क्षेत्रीय संगठन मंत्री शिवकांत दीक्षित ने आज यहां संवाददाताओं से कहा - संघ किसी प्रकार की हिंसा, आगजनी और ऐसे अन्य मामलों में शामिल नहीं है। जो लोग ऐसे आंदोलन में शामिल हैं, किसानों को ऐसे लोगों से गुमराह नहीं होना चाहिए।

दीक्षित ने कहा- हमारी रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपनी 13 सूत्रीय मांगों को लेकर चर्चा हुई। बातचीत में 11 बिंदुओं पर सहमति बनी, जो उनके दायरे में आ रहीं थीं। सरकार ने प्याज खरीदी की घोषणा की है, मंडियों में नगद भुगतान शुरु हो गया है और मूंग-अरहर की खरीदी के लिए व्यवस्था हो रही है।उन्होंने कहा कि दूध के वितरण और दामों को लेकर एक सेमिनार की योजना बनाई जा रही है, जब मांगें पूरी हो रहीं हैं, तो आंदोलन का क्या मतलब है।

भारतीय किसान संघ ने रविवार को मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा के बाद आंदोलन समाप्ति की घोषणा कर दी थी, हालांकि कई अन्य संगठनों का आंदोलन और प्रदर्शन अब भी जारी है। आज संवाददाताओं से चर्चा के दौरान दीक्षित ने कहा कि संघ ने 'ग्राम बंद' का अपना आह्वान भी वापस ले लिया है। अन्य संगठनों के अब भी लगातार जारी आंदोलन और हिंसक प्रदर्शन संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि दूसरे संगठन विरोध-प्रदर्शन जारी रखने के लिए स्वतंत्र हैं। दीक्षित ने कहा कि संघ ने विरोध संबंधित जो अन्य कार्यक्रम निर्धारित किए हैं, उन्हें योजना के मुताबिक अंजाम दिया जाएगा, जिनमें किसानों की समस्याओं के समाधान हेतु एक विशेष विधानसभा सत्र की मांग को लेकर पांच से 15 जुलाई के बीच विधायकों के निवासों का घेराव किया जाना भी शामिल है।

Created On :   6 Jun 2017 9:51 AM GMT

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