आबकारी की सुस्त चाल, होटलों और ढाबों में बढ़ी शराब की मांग

Wine demand have increased in hotels at highways after liquor ban
आबकारी की सुस्त चाल, होटलों और ढाबों में बढ़ी शराब की मांग
आबकारी की सुस्त चाल, होटलों और ढाबों में बढ़ी शराब की मांग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आबकारी विभाग (Excise Department) पिछले 4 महीने में नागपुर जिले में केवल 9 ढाबों और होटलों पर ही अवैध शराब बिक्री व संग्रहण की कार्रवाई कर सका है। हाई-वे पर शराब बंदी होने के बाद अवैध शराब बिक्री बढ़ने की बात विभाग स्वीकार तो कर रहा है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर बताने के लिए उसके पास बहुत कुछ नहीं है। नागपुर जिले (शहर व ग्रामीण) में भोजनालयों (होटल) व ढाबों की संख्या करीब 500 है। हाई-वे पर शराब बंदी लागू होने के बाद 817 शराब दुकानें बंद हो गई थीं। शराब बंदी के बाद अवैध शराब की बिक्री, परिवहण व संग्रहण बढ़ गया।

आबकारी विभाग ने अप्रैल से जुलाई (4 महीने में) तक केवल 9 होटल व ढाबों पर ही शराब बिक्री व संग्रहण की कार्रवाई की। जिन ढाबों पर कार्रवाई की गई उनमें सावनेर का अंशुदा ढाबा, प्रांजल ढाबा, कलमेश्वर-काेहली का त्रिवेणी उपहारगृह, उमरेड का श्री साई सावजी भोजनालय, सदर का होटल हेरिटेज, सोनेगांव लोधी का साईं होटल ढाबा, काचीपुरा का फार्म हाउस किचन रेस्टाेरेंट, धंतोली मुंजे चौक का निडोज रेस्टारेंट, सिविल लाइन का पैबलो रेस्टारेंट शामिल है। नागपुर जिले में 13 तहसीलें हैं। शहर व ग्रामीण की आबादी करीब 50 लाख है। इतने बड़े जिले में चार महीने में होटलों (भोजनालयों) व ढाबों पर होने वाली कार्रवाई नाकाफी है।

अधिकारियों की संख्या

अधीक्षक                -    01
उप-अधीक्षक         -    01
निरीक्षक               -    04
दुय्यम निरीक्षक      -    17
स. दुय्यम निरीक्षक -    06
सिपाही                -    40
(कार्यालयीन स्टॉफ इसमें शामिल नहीं हैं)

आबकारी विभाग अधीक्षक स्वाति काकड़े ने कहा कि आपके पास जो आंकड़े हैं, उसके बारे में पहले कार्यालय से जानकारी लेती हूं। वहां से आंकड़ों की पुख्ता जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह पाऊंगी।

Created On :   26 Aug 2017 12:31 PM GMT

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