प्रधानमंत्री की शिकायत करने गए युवक की थाने में पिटाई

Young man went to complain of the PM, beaten in police station
प्रधानमंत्री की शिकायत करने गए युवक की थाने में पिटाई
प्रधानमंत्री की शिकायत करने गए युवक की थाने में पिटाई

डिजिटल डेस्क, पांढरकवड़ा(यवतमाल)। प्रहार के एक कार्यकर्ता को पीएम मोदी की शिकायत करने पांढरकवडा थाने जाना महंगा पड़ गया। आरोप है कि थानेदार अनिलसिंह गौतम और उनके सिपाहियों ने उसे गिरफ्तार कर रात भर लॉकअप में रखा और जमकर पिटाई कर दी। घटना में पीड़ित का नाम आशीष पंडित शुक्ला बताया जाता है। मंगलवार दोपहर उसे लॉकअप से रिहा किया गया तो पीड़ित ने संतप्त होकर जहर गटककर खुदकुशी का प्रयास किया। उसे पहले पांढरकवड़ा समीप उमरी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही प्रहार के सैकड़ों कार्यकर्ता जिला अस्पताल में जमा हो गए। 

बताया जाता है कि आशीष शुक्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पांढरकवड़ा थाने गए थे। आशीष प्रहार जनशक्ति पार्टी का कार्यकर्ता बताया जाता है।  शिकायत करने युवक आने से थानेदार व एक पीएसआई संतप्त हो गए। उन्होंने उसे गिरफ्तार कर रात भर पिटाई की। मंगलवार की दोपहर उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद संतप्त युवक ने जहर गटक लिया। उसे पांढरकवडा के समीप उमरी के अस्पताल में दाखिल किया गया था। उसकी हालत चिंताजनक होने से उसे यवतमाल जिला अस्पताल भेजा गया है। जहां उसका उपचार जारी है। प्रहार के जिलाध्यक्ष विलास पवार व पार्टी के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में पहुंचे हैं।

घटना की जानकारी विधायक बच्चू कडू को दी गई। बताया जाता है कि गौतम जब पुसद थानेदार थे तो तब वहां पर भी एक युवक को पीटा था। इसके बाद उसकी कुछ दिन में मौत हो गई थी। इसके बाद उन्हें पुसद से पुलिस नियत्रंण कक्ष लाया गया। उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है। इसकी जांच पुसद शहर पुलिस कर रही है।

जहर गटकने से पूर्व लिखा सुसाइड नोट
आशीष ने जहर गटकने से पूर्व चिट्टी लिखी थी। इसमें उसने पीएम मोदी की शिकायत करने थाने क्यों गया था, इस बात का जिक्र किया है। उसने लिखा है कि एक ओर सीमा पर देश के जवान शहीद हो रहे हैंं और  वे उनका मुंह तोड़ जवाब देने के स्थान पर पांढरकवड़ा में आकर सभा लेकर राजनीति कर रहे हैं। इसलिए पीएम के खिलाफ गुनाह दर्ज करने की मांग की थी।  थानेदार की पिटाई में आशीष का पैर भी फ्रैक्चर हुआ है। उसी से संतप्त होकर उसने जहर पिया है। इस चिट्ठी में उसने पुत्र रिधम को संबोधित करते हुए लिखा है कि बेटा मुझे माफ करो।

 

Created On :   20 Feb 2019 10:57 AM GMT

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