फिटनेस के लिए जिम नहीं, घरेलू काम ही हैं काफी! तन-मन दोनों रहेंगे तंदुरुस्त

फिटनेस के लिए जिम नहीं, घरेलू काम ही हैं काफी! तन-मन दोनों रहेंगे तंदुरुस्त
अक्सर हम घरेलू कामों को बोझ या जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि ये छोटे-छोटे काम न केवल हमारे घर को साफ-सुथरा रखते हैं, बल्कि हमें एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली भी प्रदान करते हैं। नियमित रूप से किए जाने वाले घरेलू कार्य शरीर को व्यस्त रखते हैं, कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं और मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं।

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। अक्सर हम घरेलू कामों को बोझ या जिम्मेदारी के रूप में देखते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि ये छोटे-छोटे काम न केवल हमारे घर को साफ-सुथरा रखते हैं, बल्कि हमें एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली भी प्रदान करते हैं। नियमित रूप से किए जाने वाले घरेलू कार्य शरीर को व्यस्त रखते हैं, कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं और मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं।

बर्तन धोना एक साधारण काम लग सकता है, लेकिन यह हमारे हाथ, कलाई और कंधों के लिए एक प्रभावशाली व्यायाम है। यह लो-इम्पैक्ट एक्टिविटी है, जिससे शरीर की गतिविधि बनी रहती है और धीरे-धीरे कैलोरी भी बर्न होती हैं। इसी तरह, झाड़ू-पोछा लगाना एक सम्पूर्ण शरीर की कसरत जैसा है। इसे करते समय शरीर को झुकाना, घूमाना और खिंचाव देना पड़ता है, जिससे विशेष रूप से लोअर बॉडी की मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और यह एक तरह से कार्डियो वर्कआउट बन जाता है।

हाथ से कपड़े धोना भी शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे हाथ, कंधे और पीठ की मांसपेशियों में ताकत आती है और यह कोर मसल्स को मजबूत करने में मदद करता है। वहीं, कपड़े सुखाना और तह करना एकाग्रता, संतुलन और शरीर के मूवमेंट्स के लिए लाभकारी होता है। यह छोटे-छोटे लेकिन महत्वपूर्ण फिजिकल मूवमेंट को बेहतर करता है और मानसिक सतर्कता भी बढ़ाता है।

घर की सफाई, जैसे फर्नीचर, पंखे, खिड़की या अलमारी की धूल सफाई, शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों को सक्रिय करती है। यह न केवल एक अच्छा फिजिकल वर्कआउट है, बल्कि इससे मानसिक संतुष्टि और ऊर्जा का भी अनुभव होता है।

वहीं, बागवानी एक ऐसा काम है जो तन और मन दोनों को सुकून देता है। पौधों को पानी देना, मिट्टी को खोदना, पौधे लगाना आदि क्रियाएं शरीर की सभी मांसपेशियों को गतिशील करती हैं और यह एक नेचुरल फुल-बॉडी एक्सरसाइज के समान है। साथ ही यह मानसिक तनाव को कम कर, मन को भी शांति देती है।

इसके अलावा, सीढ़ियां चढ़ना एक सरल और प्रभावी कार्डियो एक्सरसाइज है। जब हम लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करते हैं, तो यह न केवल हृदय गति को संतुलित करता है, बल्कि अतिरिक्त वसा को भी घटाने में मदद करता है। इसलिए अगली बार जब आप घर का कोई काम करें, तो उसे बोझ नहीं बल्कि सेहत का वरदान समझें।

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Created On :   6 Oct 2025 3:11 PM IST

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