दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में की गई गोवर्धन पूजा और मनाया गया अन्नकूट महोत्सव

दिल्ली सहित देश के विभिन्न राज्यों में की गई गोवर्धन पूजा और मनाया गया अन्नकूट महोत्सव
दीपावली के बाद दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश सहित देशभर में बुधवार को गोवर्धन पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग अर्पित किए और गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर विधि-विधान से पूजा संपन्न की।

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। दीपावली के बाद दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश सहित देशभर में बुधवार को गोवर्धन पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। श्रद्धालुओं ने भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग अर्पित किए और गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर विधि-विधान से पूजा संपन्न की।

इसी क्रम में दिल्ली के चांदनी चौक से सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने भी अपने निवास पर गोवर्धन पूजा का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में दिल्ली के प्रमुख लोगों ने भाग लिया।

इस अवसर पर कैट वेद एवं ज्योतिष कमेटी के संयोजक तथा उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आचार्य दुर्गेश तारे एवं अन्य प्रकांड विद्वान पंडितों ने गाय के गोबर से भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की प्रतिमाएं बनाकर मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा-अर्चना की।

गोवर्धन पूजा प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की भावना से जुड़ी है। इस वर्ष देशभर में इसे अत्यंत उत्साह के साथ मनाया गया, जिससे पूजा थाल, मिट्टी के दीये, देसी घी, दूध-दही, चंदन, फूल-माला, मिठाइयां, सजावटी कलश, पूजा वस्त्र और स्टील के बर्तनों की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। इसी क्रम में अन्नकूट उत्सव भी उल्लास के साथ मनाया गया, जो देवी अन्नपूर्णा के प्रति आभार और कृतज्ञता व्यक्त करने का पर्व है।

इसके बाद 23 अक्टूबर को मनाई जाने वाली भाई दूज की तैयारियों ने बाजारों को फिर से रौनक दी है। इस पर्व पर मिठाइयों, ड्राई फ्रूट्स, टीका सामग्री, गिफ्ट बॉक्स, वस्त्र, घड़ियों, मोबाइल एक्सेसरीज और उपहार वस्तुओं की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है।

इसी के साथ छठ पूजा की तैयारियां भी पूरे देश में शुरू हो चुकी हैं। इस वर्ष 27-28 अक्टूबर को छठ पूजा मनाई जा रही है। इस अवसर पर फल, गन्ना, नारियल, ठेकुआ, सूप-डाला, साड़ी, पीतल व कांसे के बर्तन, मिट्टी के दीये और पूजा सामग्री की बिक्री भी जोरदार तरीके से शुरू हो गई है।

त्योहारों के क्रम में अंतिम त्योहार 2 नवंबर को देशभर में तुलसी विवाह मनाया जाएगा, जिसमें देवी तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह पारंपरिक विधि-विधान से सम्पन्न किया जाता है। इस पर्व पर तुलसी पौधा, मिट्टी के दीये, पूजा वस्त्र, पुष्प-मालाएं, घी, चावल, नारियल, कलश और पारंपरिक साड़ी-सूट की मांग में खासा उछाल देखने को मिल रहा है।

इस दौरान प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि दीपावली पर रिकॉर्ड तोड़ बिक्री के बाद भी देशभर के बाजारों में ग्राहकों की जबरदस्त आवाजाही जारी है। यह दर्शाता है कि भारतीय त्योहारों के प्रति लोगों का उत्साह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘वोकल फॉर लोकल’ भावना के तहत घरेलू उत्पादों में विश्वास दोनों ही निरंतर बढ़ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि दीपावली से लेकर अब तक के सभी प्रमुख त्योहारों के दौरान पूजा सामग्री, मिठाइयां, परिधान, गिफ्ट आइटम्स, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की बिक्री में 25 से 30 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   22 Oct 2025 10:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story