दूध से कई गुना ज्यादा कैल्शियम वाली केल पत्तेदार गोभी है गुणों से भरपूर

दूध से कई गुना ज्यादा कैल्शियम वाली केल पत्तेदार गोभी है गुणों से भरपूर
गोभी आमतौर पर सभी घरों में बनती है। इससे कई व्यंजन जैसे गोभी के पराठे, सब्जी या पकौड़े तक बनाए जाते हैं,

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। गोभी आमतौर पर सभी घरों में बनती है। इससे कई व्यंजन जैसे गोभी के पराठे, सब्जी या पकौड़े तक बनाए जाते हैं,

लेकिन क्या आप जानते हैं कि केल (पत्तेदार गोभी) बाकी गोभी से अलग होती है और शरीर के लिए बहुत लाभदायक होती है। इसका सेवन करना भी बहुत आसान है और उसके फायदे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे।

केल पत्तेदार गोभी में किसी तरह की कोई गांठ नहीं होती है और इसमें सिर्फ और सिर्फ पत्ते होते हैं। इसके पत्ते नुकीले और बड़े होते हैं और दिखने में ये झाड़नुमा पौधे की तरह होती है, जिसे थोड़ी सी जगह में उगाया जा सकता है। इसमें विटामिन ए, सी, और के, फाइबर, बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। इसमें दूध से 10 गुना ज्यादा कैल्शियम होता है, जो शरीर की कैल्शियम की पूर्ति आसानी से कर सकता है। इसके अलावा ये आँखों के स्वास्थ्य, वेट मैनेजमेंट और हृदय के लिए सहायक है।

केल में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो कैंसर बनाने वाली कोशिकाओं को नियंत्रित करते हैं और शरीर को बुरे बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत देते हैं। साथ ही इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स क्वेरसेटिन और केम्पफेरोल मिलकर इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं और दिल को मजबूती प्रदान करते हैं।

खट्टे पदार्थों में मिलने वाला विटामिन सी केल में अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसमें पालक और बाकी पत्तेदार सब्जियों की तुलना में 3 गुना विटामिन सी पाया जाता है, जो स्किन को चमकाने और बालों की ग्रोथ को बढ़ाने में मदद करता है। विटामिन सी की मात्रा अगर शरीर में पूरी होती है तो संक्रमण से होने वाले रोगों से निजात मिलती है और शरीर की कोशिकाएं सही तरीके से काम करती हैं।

केल में मौजूद बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट मिलकर शरीर में मौजूद बुरे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं और वसा को शरीर के अंदर जमने से रोकते हैं। केल का सेवन करने से पेट की चर्बी, बीपी और शुगर भी कंट्रोल में रहते हैं। केल को आँखों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर माना गया है। इसमें कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो आँखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं और दृष्टि का कमजोर होना और मोतियाबिंद जैसी बीमारी को आँखों से बचाकर रखते हैं।

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Created On :   26 Oct 2025 6:26 PM IST

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