केंद्र ने हर साल सरदार पटेल की जयंती पर परेड निकालने का निर्णय लिया अमित शाह

नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि मोदी सरकार ने सरदार साहब की जयंती पर हर वर्ष ‘एकता नगर’ (केवडिया, गुजरात) में 26 जनवरी की तर्ज पर भव्य परेड और झांकी निकालने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को एकता नगर में प्रधानमंत्री मोदी ने भव्य परेड और झांकी का अवलोकन किया।
उन्होंने कहा कि इस दौरान अलग-अलग सुरक्षा बलों, राज्य पुलिसों के साथ ही राज्यों की सांस्कृतिक झांकियों को दर्शाता यह परेड, सरदार साहब की एकता के सूत्र में बंधे महान भारत के स्वप्न की जीवंत प्रस्तुति है।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता के अप्रतिम प्रतीक हैं। उनकी जयंती पर हर साल देशभर में ‘एकता दौड़’ का आयोजन होता है। इस वर्ष सरदार साहब की 150वीं जयंती पर नई दिल्ली में आयोजित ‘एकता दौड़’ का शुभारंभ किया गया। साथ ही, देशवासियों को एकता शपथ भी दिलाई।
अमित शाह ने कहा कि आधुनिक भारत के शिल्पकार, महान स्वाधीनता सेनानी और राष्ट्रीय एकता के प्रतीक सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर नई दिल्ली के पटेल चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। सरदार साहब ने देश निर्माण से लेकर स्वावलंबी भारत की नींव रखने तक जितने लोकहित के कार्य किए, उसके लिए यह राष्ट्र उनका सदैव कृतज्ञ रहेगा।
राष्ट्रीय एकता, अखंडता और किसानों के सशक्तीकरण के प्रतीक लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल का उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वंदन करता हूं।
उन्होंने कहा कि सरदार साहब ने रियासतों का एकीकरण कर देश की एकता और सुरक्षा को सुदृढ़ बनाया और किसानों, पिछड़ों और वंचितों को सहकारिता से जोड़कर देश को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर किया। उनका दृढ़ विश्वास था कि देश के विकास की धुरी किसानों की समृद्धि में निहित है। वे आजीवन किसानों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे।
सरदार साहब ने जिस न्यायप्रधान और एकता के सूत्र में बंधे राष्ट्र का निर्माण किया, उसकी रक्षा करना हर एक राष्ट्रभक्त का दायित्व है।
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एकता परेड केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और राज्य पुलिस बलों के लिए अपने कौशल और साहस का प्रदर्शन करने का एक शानदार अवसर था। इसमें हमारी नारी शक्ति की भी जीवंत भागीदारी उल्लेखनीय रही। महिला कर्मियों ने मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध अभ्यास का प्रदर्शन किया।
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Created On :   31 Oct 2025 6:59 PM IST












