गुजरात में एमएसपी पर खरीफ फसलों की खरीद शुरू, कृषि मंत्री ने किया शुभारंभ
गांधीनगर, 9 नवंबर (आईएएनएस)। गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीफ फसलों की खरीद शुरू हो गई है। कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने रविवार को गांधीनगर जिले के देहगाम में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीफ फसलों की खरीद का राज्यव्यापी शुभारंभ किया।
शुभारंभ के बाद कृषि मंत्री ने समर्थन मूल्य पर फसल बेचने आए किसानों से आत्मीय संवाद किया। बाजार मूल्य से अधिक दर पर फसल खरीदने के लिए किसानों ने सीएम भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, किसानों से 15,000 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन की खरीद का निर्णय लिया गया है। इसके तहत पूरे राज्य में आज खरीफ फसलों की एमएसपी पर खरीद शुरू हुई है।
कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने देहगाम में खरीद केंद्र का उद्घाटन कर पूरी व्यवस्था की विस्तृत जानकारी ली और खरीद प्रणाली का निरीक्षण भी किया। उन्होंने बिक्री के लिए आए किसानों से संवाद करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में हर संभव कदम उठा रही है। किसानों ने बाजार से अधिक दाम पर खरीद के इस निर्णय की सराहना की और केंद्र व राज्य सरकार का आभार जताया।
बता दें कि जहां मूंगफली का बाजार भाव लगभग 5,000 रुपए प्रति क्विंटल है, वहीं भारत सरकार ने मूंगफली का एमएसपी 7,263 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। इस प्रकार किसानों को बाजार भाव से लगभग 2,263 रुपए प्रति क्विंटल अधिक मूल्य मिल रहा है, जिससे किसान उत्साहपूर्वक अपनी फसलें एमएसपी पर बेच रहे हैं। इस अवसर पर देहगाम विधायक बलराजसिंह चौहान, को-ऑपरेटिव प्रोसेसिंग सोसायटी लिमिटेड के चेयरमैन धनवंतसिंह चौहान, गांधीनगर जिला कलेक्टर मेहुल के. दवे सहित कृषि विभाग के अधिकारी और लाभान्वित किसान उपस्थित रहे।
साथ ही कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी के नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को समर्थन मूल्य पर फसल बेचते समय किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सुचारु और पारदर्शी व्यवस्था की गई है।
मुख्य विशेषताएं: पंजीकृत किसानों को अग्रिम रूप से एसएमएस के माध्यम से बताया जाएगा कि उन्हें किस तारीख को अपनी उपज लेकर आनी है। पहली बार एमएसपी पर खरीद पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन या फेस रिकग्निशन तकनीक से की जाएगी। जो किसान किसी कारणवश स्वयं नहीं आ सकते, वे बिक्री के लिए एक नामित व्यक्ति (नोमिनी) नियुक्त कर सकेंगे। खरीद के बाद किसानों को उनके बैंक खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से शीघ्र भुगतान किया जाएगा।
नोडल एजेंसी को निर्देश दिए गए हैं कि अधिकतम खरीद केंद्र शुरू किए जाएं ताकि खरीद जल्द से जल्द पूरी हो सके। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में प्राइस सपोर्ट स्कीम (पीएसएस) के तहत राज्यभर में मूंगफली, मूंग, उड़द और सोयाबीन की एमएसपी पर खरीद शुरू हो गई है। कृषि मंत्री जीतूभाई वाघाणी ने यह सुनिश्चित करने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की कि खरीद प्रक्रिया पारदर्शी, सुव्यवस्थित और किसान हितैषी हो।
खरीद को आसान और व्यवस्थित बनाने के लिए हर दिन निश्चित संख्या में किसानों को एसएमएस के माध्यम से बिक्री के लिए बुलाया जाएगा। खरीद प्रक्रिया को अधिकतम 90 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहली बार पीओएस मशीन और फेस रिकग्निशन के माध्यम से खरीदी की जा रही है, जिससे पारदर्शिता और गति दोनों सुनिश्चित हों। किसानों को बिक्री की तारीख के बारे में अग्रिम सूचना दी जाएगी और बिक्री से एक दिन पहले पुनः एसएमएस द्वारा पुष्टि की जाएगी।
खरीद पूरी होने के बाद किसानों को भुगतान सीधे उनके आधार-संबद्ध बैंक खातों में डीबीटी माध्यम से किया जाएगा। इसके अलावा, खरीद केंद्र से गोदाम तक फसल ले जाने वाले वाहनों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाया जाएगा ताकि हर चरण पर निगरानी रखी जा सके।
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Created On :   9 Nov 2025 6:45 PM IST












